Lok Sabha Elections 2024: भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश को 25 में से 15 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है लेकिन कांग्रेस अभी तक अपने प्रत्याशी खोज नहीं पाई है। हालाकि बीजेपी की पहली सूची आने के बाद कांग्रेसी खेमे में हलचल तेज हो गई है। दो लोकसभा चुनाव से कांग्रेस लगातार सभी 25 सीटें हार रही है। ऐसे में यह फिर से 2009 के करिश्माई फॉर्मूले को अपनाने पर विचार कर रही है। ताकि 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का खाता खुल सके।
जिताऊ उम्मीदवारों का हो चयन
प्रदेश कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि पीसीसी ने अधिकांश सीटों पर दो से तीन नामों का पैनल तैयार कर लिया है, लेकिन बीजेपी के टिकट की घोषणा के बाद से अब फिर से इन नामों पर विचार कर रही है। ताकि बदले समीकरण के हिसाब से जिताऊ उम्मीदवारों का चयन हो सके। कोशिश का इस बार जिताऊ चेहरों को मैदान में उतारने पर जोर है।
दिग्गज नेता चुनाव लड़ने में नहीं दिखा रहे रुचि
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा कई दिग्गज नेताओं को राज्यसभा की जगह लोकसभा चुनाव लड़ा रही है, जबकि पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत कई दिग्गज नेताओं ने चुनावी मैदान में उतरने को लेकर कोई रुचि नहीं दिखाई है।
कांग्रेस को करिश्मे का इंतजार
पार्टी सूत्र कहते हैं कि 2024 के चुनाव में कांग्रेस 2009 के करिश्मे जैसी उम्मीद कर रही है। 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया था। 25 में से 20 सीटों पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी। 2009 के चुनाव में पार्टी ने सेलिब्रिटी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। इनमें से कोई राजपरिवार से जुड़ा था, कोई खिलाड़ी था तो काई पूर्व चर्चित अफसर था। उसी का प्रभाव था कि पार्टी ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस इस बार भी इसी फॉर्मूले पर उम्मीदवार खोज रही है।
बीजेपी के बागियों पर भी नजर
भाजपा ने जिन सांसदों का टिकट काटा, उन पर भी कांग्रेस दांव लगाने पर विचार कर रही है। इसके अलावा कमजोर सीटों पर छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन और लोक कलाकार, खिलाड़ी और पूर्व सैन्य अफसरों को भी मैदान में उतारने के बारे में विचार किया जा रहा है।
जातिगत समीकरण पर रहेगा फोकस
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जातिगत समीकरण को पूरी तरह से साधेगी। इसमें कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है। भाजपा के शोषित उम्मीदवारों के नाम के हिसाब से कांग्रेस किलेबंदी करने की तैयारी में है। जयपुर में ब्राह्मण, जयपुर ग्रामीण में जाट या यादव, शेखावाटी में जाट को मैदान में उतारने की पूरी तैयारी हो रही है। कुछ नाराज मजबूत चेहरों को भी पार्टी में लाने की तैयारी है।