कांग्रेस की टिकट वितरण में फजीहत! जयपुर, राजसमंद पर हुई किरकिरी…PCC नेताओं पर उठे सवाल!

Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए बुधवार को सभी दलों के प्रत्याशियों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने नामांकन कर दिया. राजस्थान से…

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Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए बुधवार को सभी दलों के प्रत्याशियों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने नामांकन कर दिया. राजस्थान से लेकर देशभर में जहां प्रत्याशी पर्चे भर रहे थे वहीं दूसरी ओर सूबे के राजसमंद इलाके से एक हैरान कर देने वाला घटनाक्रम सामने आया जहां कांग्रेस के प्रत्याशी ने चुनाव लड़ने से इनकार करते हुए हटने का ऐलान किया. जी हां, राजसमंद से सुदर्शन रावत को कांग्रेस ने टिकट दिया था लेकिन टिकट मिलने के बाद से वह विदेश में थे और उनके किसी का संपर्क नहीं हुआ. वहीं गुरुवार को रावत ने पीसीसी चीफ को पत्र लिखकर किसी और योग्य प्रत्याशी को टिकट देने की मांग की. अब कांग्रेस इस सीट पर जल्द ही नए चेहरे का ऐलान कर सकती है.

इधर बीते दिनों जयपुर शहर की सीट भी कांग्रेस को बदलनी पड़ी थी जहां प्रत्याशी सुनील शर्मा आरएसएस विचारधारा से ताल्लुक रखने वाले एक जयपुर डायलॉग एनजीओ से जुड़े विवाद में फंस गए थे जिसके बाद उन्होंने टिकट छोड़ने का ऐलान किया था. वहीं कांग्रेस ने तुरंत प्रताप सिंह खाचरियावास को वहां से उम्मीदवार बनाया.

इसके अलावा अब अजमेर लोकसभा सीट पर भी टिकट बदलने की चर्चाएं चल रही है. मालूम हो कि कांग्रेस में टिकट वितरण राज्य स्तरीय पैनल में मंथन के बाद स्क्रीनिंग कमेटी में जाता है और इसके बाद हाईकमान की मौजूदगी में CWC की बैठक में टिकट फाइनल की जाती है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि तमाम मंथन और चिंतन के बाद कांग्रेस की टिकट वितरण में इतनी बड़ी फजीहत कैसे हो गई.

‘मेवाड़ के एक नेता ने पार्टी को अंधेरे में रखा’

राजसमंद प्रत्याशी सुदर्शन रावत ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार करते हुए प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को पत्र लिखकर कहा कि वह अब चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं. वहीं रावत ने आरोप लगाया कि मेवाड़ के एक शीर्ष नेता ने पार्टी को अंधेरे में रखा और मैं लोकसभा चुनाव लड़ूं इसकी मेरी कोई रणनीति भी नहीं थी.

उन्होंने कहा कि मेरे विदेश में व्यापार के सिलसिले में अगले दो महीने तक विदेश दौरे पर रहने का कार्यक्रम है. रावत ने कहा कि सारी जानकारी होने के बावजूद मेवाड़ के एक शीर्ष नेता ने पार्टी नेतृत्व को धोखे में रखा और मेरी असहमति के बावजूद मेरा नाम प्रस्तावित कर दिया जो कि उचित नहीं है. ऐसे में मेरा पार्टी से आग्रह है कि किसी युवा एवं इच्छुक व्यक्ति को मौका देकर उम्मीदवार बनाया जाए.

जयपुर शहर से बदला टिकट

इससे पहले राजस्थान के जयपुर शहरी लोकसभा सीट पर कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई थी जहां पार्टी हाईकमान ने आनन-फानन में टिकट के बंटवारे के फैसले को बदलते हुए प्रताप खाचरियावास को उम्मीदवार बना दिया. दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने पिछले हफ्ते जयपुर शहर से सुनील शर्मा को टिकट दिया था लेकिन शर्मा पर जयपुर डॉयलाग से जुड़े होने के आरोप और बाद में उठे विवाद के बाद उन्होंने खुद ही टिकट छोड़ने का ऐलान कर दिया.