बांसवाड़ा में हो गया खेला! कांग्रेस ने किया BAP का समर्थन…पर कांग्रेस प्रत्याशी के पर्चा उठाने पर संशय!

Rajasthan Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की जाजम बिछने के बाद राजस्थान में जबरदस्त सियासी उठापटक चल रही है जहां बीजेपी-कांग्रेसी खेमों में ताबड़तोड़…

आज फिर लगा कांग्रेस को बड़ा झटका 1 | Sach Bedhadak

Rajasthan Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की जाजम बिछने के बाद राजस्थान में जबरदस्त सियासी उठापटक चल रही है जहां बीजेपी-कांग्रेसी खेमों में ताबड़तोड़ रैलियों का जोर है वहीं पार्टियों के स्टार प्रचारक जनता के बीच वोट मांगने में जुट गए हैं. इसी बीच आदिवासी इलाके बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर बड़ा सियासी खेल देखने को मिल रहा है जहां कांग्रेस ने रविवार देर शाम बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट और बागीदौरा विधानसभा में भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) का समर्थन करने का ऐलान किया और सुबह होते ही अब लग रहा है फिर खेल बिगड़ने वाला है.

दरअसल कांग्रेस के समर्थन देने के बावजूद वहां के प्रत्याशी अरविंद सीता डामोर ने सोशल मीडिया पर ऐलान किया है कि कांग्रेस की आस भरोसा, आत्मसम्मान जिंदा रखने की ये लड़ाई है तो हम लड़ेंगे और जीतेंगे.

मालूम हो कि रविवार देर रात कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जानकारी दी कि आगामी चुनाव में भारतीय आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी का समर्थन बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र और बागीदौरा विधान सभा के उप चुनाव में करेगी और भारत के संविधान और लोकतंत्र को बचाना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है.

पहले गठबंधन फिर समर्थन…!

दरअसल राजस्थान में कांग्रेस ने भारत आदिवासी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान करने से पहले बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र और बागीदौरा विधानसभा सीट पर आदिवासी पार्टी के उम्मीदवार के साथ गठबंधन की चर्चा चल रही थी लेकिन बाद में बात नहीं बनी और कांग्रेस ने अरविंद डामोर को उतारा और उन्होंने नामांकन भरा लेकिन नाम वापसी से एक दिन पहले कांग्रेस ने बाप को समर्थन देने का ऐलान किया. हालांकि पार्टी ने पहले मंत्री अर्जुन बामनिया की उम्मीदवारी का ऐलान किया था लेकिन उनकी जगह बाद में अरविंद डामोर ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया था.

क्या डामोर नहीं उठाएंगे पर्चा?

वहीं भारतीय आदिवासी पार्टी की ओर से रविवार को कहा गया कि डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा और बागीदौरा उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार कल रात से ग़ायब हैं और आरोप लगाया कि महेंद्र जीत मालवीय की तरफ़ से नॉमिनेशन वापस नहीं लेने का दबाव बनाया जा रहा है.

बताया जा रहा है कि कल रात से अरविंद डामोर का फोन भी बंद आ रहा है और इधर पर्चा उठाने का समय दोपहर 3 बजे तक का है लेकिन अभी तक डामोर की तरफ से नाम वापस लेने के कोई संकेत नहीं मिले हैं ऐसे में माना जा रहा है कि बाप, बीजेपी के अलावा बांसवाड़ा में कांग्रेस भी चुनावी मैदान में होगी.