Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर से गैंगवार में हिस्ट्रीशीटर के गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया है। यह घटना पुलिस कमिश्नेरेट ईस्ट के डांगियावास और बनाड़ पुलिस थाना क्षेत्र के खेड़ी गांव के चौक की है। इस मामले में पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए 12 घंटे के भीतर एक नाबालिग सहित दो को आरोपियों का गिरफ्तार कर लिया है। डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि गुरुवार शाम को करीब 5 बजे महादेव नगर बनाड़ निवासी (27) वर्षीयअनिल लेगा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
शादी से लौटते वक्त हिस्ट्रीशीटर को मारी गोली
हिस्ट्रीशीटर अनिल लेगा खेड़ी सालवा कला गांव में एक शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे। इसी दौरान 19 वर्षीय विष्णु और उसके नाबालिग भाई ने गोली मारकर हत्या कर दी। अनिल लेगा की मौके पर ही मौत हो गई। डीसीपी ने बताया कि इस घटना के बाद आरोपी खेत के रास्ते भागे और वही छिप गए। पुलिस ने तलाश कर आरोपियों को खेत से पकड़ लिया।
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पुरानी रंजिश में की हत्या
डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि मृतक अनिल लेगा और आरोपियों के बीच पुरानी रंजिश चल रही थी 1970 में दोनों परिवार खेड़ी सालवा गांव में पड़ोसी थे। उस दौरान किसी बात पर दोनों परिवारों में झगड़ा हो गया था। जिसके बाद दोनों परिवारों ने एक-दूसरे पर हमला किया था। उस हमले में मृतक अनिल लेगा के दादा चतराराम के सिर पर चोट लगी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसका बदला लेने के लिए अनिल लेगा ने साल 2018 में आरोपी के पिता थानाराम की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
शादी में बनाया हत्या का प्लान
पुलिस जांच में सामने आया कि आपसी रंजिश के चलते अनिल लेगा का परिवार जोधपुर में आकर बस गया था। खेड़ी सालवा गांव में उनका आना जाना भी नहीं था। इस बीच छात्र नेता और छात्र संघ के पूर्व महासचिव सुनील बिश्नोई की 18 जनवरी को शादी थी, जिसमें अनिल लेगा शामिल होने पहुंचा था। इसी शादी में आरोपी विष्णु ने अनिल लेगा को मारने का प्लान बनाया। इसके बाद आरोपी अपने नाबालिग भाई के साथ गांव के चौराहे पर घात लगाकर बैठ गया।
मोंटू कंडारा गैंग का सदस्य था अनिल लेगा
शादी से वापस लौटते वक्त अनिल लेगा ने गाड़ी रोकी और नीचे उतरा तभी अचानक से गोली चलने की आवाज आई। इस हमले में पांच राउंड फायरिंग की गई, जिसमें एक गोली अनिल के सिर में लगी और वो नीचे गिर गया। इसके बाद उसके दोस्त उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। जानकारी के अनुसार, मोंटू कंडारा का हिस्ट्रीशीटर भाई लवली कंडारा का जब एनकाउंटर हुआ था। उस समय अनिल लेगा की गाड़ी चला रहा था। हिस्ट्रीशीटर अनिल लेगा पर हत्या और अन्य गंभीर मामलों में 9 केस दर्ज थे।
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