Rajasthan Election 2023 : जयपुर। राजस्थान में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है। वैसे-वैसे ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्याशियों का विरोध में बढ़ता जा रहा है। राजस्थान के चुनावी रण में हालात ऐसे बने हुए है कि कहीं प्रत्याशियों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है तो कहीं प्रत्याशियों के समर्थक ही आपस में भिड़े रहे है। ताजा मामला बारां जिले के छबड़ा विधानसभा क्षेत्र का है। जहां कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह राठौड़ को ग्रामीणों का विरोध का सामना करना पड़ा। हालात ऐसे रहे कि पानी पिलाना तो दूर ग्रामीणों ने कांग्रेस प्रत्याशी को गांव में घुसने तक नहीं दिया।
कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह राठौड़ बारां जिले के छबड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे है। ऐसे में वो लगातार जनसंपर्क में लगे हुए है। चुनाव प्रचार में व्यस्त कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह राठौड़ शनिवार को अपने काफिले के साथ छीपाबड़ौद क्षेत्र के कांकड़दा गांव पहुंचे थे। लेकिन, स्वागत-सत्कार तो दूर ग्रामीणों ने कांग्रेस प्रत्याशी को गांव के अंदर घुसने से रोक दिया। इस दौरान कांग्रेस प्रत्याशी ने ग्रामीणों से पीने का पानी मांगा। लेकिन, ग्रामीणों ने उन्हें पीने का पानी तक नहीं दिया।
ग्रामीणों ने पूछा-आपको क्यो पिलाए पानी?
ग्रामीणों का आरोप है कि उनके गांव में कोई भी विकास कार्य नहीं कराया गया है। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध किया गया। विरोध कर रहे ग्रामीणों ने कांग्रेस प्रत्याशी से कहा कि आपके कार्यकाल के दौरान गांव में एक भी ट्यूबवेल नहीं लगवाया गया। ऐसे में हम आपको पानी क्यों पिलाए? ग्रामीणों ने साफ-साफ कहा कि आपको पिलाने के लिए हमारे पास पानी नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों के विरोध के चलते कांग्रेस प्रत्याशियों को बिना प्रचार किए ही वापस लौटना पड़ा।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें ग्रामीणों को कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध करते हुए साफ देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि विरोध करने वाले लोग कांग्रेस के बागी निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के समर्थक बताए जा रहे है। क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी के विरोध के दौरान विरोधियों ने नरेश मीणा जिंदाबाद के नारे लगाए।
जानें-कौन है कि करण सिंह राठौड़?
करण सिंह राठौड़ छबड़ा विधानसभा से साल 2008 में विधायक रह चुके हैं। वो 2008 में तत्कालीन भाजपा सरकार में मंत्री प्रतापसिंह सिंघवी को 6948 वोट से हराकर विधायक चुने गए थे। साल 2013 में कांग्रेस ने राठौड़ को टिकट नहीं दिया था। जिसका नतीजा ये निकला कि छबड़ा में कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही थी। साल 2018 में करण सिंह राठौड़ ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा। लेकिन, 3744 वोट से हार गए थे। अब कांग्रेस ने तीसरी बार राठौड़ पर भरोसा जताया है। करण सिंह राठौड़ राठौड़ कामर्स कॉलेज कोटा में छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुके है। इसके अलावा वो 1982 में युवक कांग्रेस कोटा के जिलाध्यक्ष रहे। 1994 में बारां में जिला परिषद चुने गए और 1995 में वे युवक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे।
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