जयपुर। राजस्थान के टोंक जिले के मालपुरा के डिग्गी में 93 वर्षीय महंत सियाराम दास बाबा की हत्या का मामला सामने आया है। अज्ञात लोगों ने सियाराम दास बाबा भूरिया को मौत के घाट उतार दिया। महंत की हत्या की सूचना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। अब इस पूरे मामले पर उपनेता प्रतिपक्ष सतिश पूनिया ने प्रतिक्रिया देते हुए राज्य सरकार पर हमला बोला है।
अपराधों की लगातार फेहरिस्त…
उपनेता प्रतिपक्ष सतिश पूनियां ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शासन में अशोक गहलोत के राज में जिस तरीके से राजस्थान की बदहाली हुई है, अराजकता हुई है, बहुत डरावने हालात हो गये हैं। अक्सर थानों पर पंचलाइन लिखी होती है कि, आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय, इसके उलट राजस्थान में हुआ है, अपराधों की लगातार फेहरिस्त बढ़ती जा रही है। सात हत्याएं प्रतिदिन यह राजस्थान की कांग्रेस सरकार के शासन की बानगी है, राजस्थान इस समय सर्वाधिक अपराधग्रस्त राज्य है।
व्यक्ति ना घर में सुरक्षित है, ना सड़क पर सुरक्षित- पूनियां
महंत सियाराम दास बाबा की हत्या के मामले पर पूनिया ने कहा कि व्यक्ति ना घर में सुरक्षित है, ना सड़क पर सुरक्षित है, कुचामन क्षेत्र में जिस तरीके से कुचलकर दो नौजवानों की हत्या की गई, उस समाज का और शासन का एक दृश्य साफ दिखाई देता है।
NCRB के आकड़ो का दिया हवाला
सतिश पूनिया ने कहा कि राजस्थान में पिछले कुछ अरसे से दलितों पर अत्याचार बढ़ने का जो क्रम है, उसमें 61% अपराध दलितों पर हुए। राज्य में पौने पांच वर्षों में 11 लाख मुकदमों की बानगी यह स्पष्ट तौर पर नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों को पुख्ता करती है, राजस्थान सरकार के गृहमंत्री अशोक गहलोत की सरपरस्ती में जिस तरीके से कानून व्यवस्था की बदहाली हुई है, इससे समाज तो विचलित है ही, लेकिन शासन की संवेदनाएं खत्म हो गईं, यह प्रतीत होता है।
अत्याचार की पराकाष्ठा – नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीटर पर लिखा- साधु-संतों पर अत्याचार #नहींसहेगाराजस्थान, टोंक जिले के डिग्गी में भूरिया महादेव मंदिर के महंत सियाराम दास बाबा की नृशंस हत्या की घटना सरकार के माथे पर कलंक है और लचर कानून व्यवस्था का उदाहरण है।
आगे नेता प्रतिपक्ष ने लिखा कि 15 दिन पूर्व ही कुचामन में संत मोहनदास जी की हत्या की गई थी… संत समाज के ऊपर हो रहे अत्याचारों के बाद भी गहलोत सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। मेरी मांग है कि प्रशासन अतिशीघ्र आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करें।