जयपुर। राजस्थान पुलिस ने प्रदेशभर में ऑपरेशन ‘खुशी-7’ के तहत बड़ी कार्रवाई की है। पिछले दिनों 1 अगस्त से 31 अगस्त तक चलाए गए अभियान के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के गुमशुदा नाबालिग बच्चों की तलाश कर रही है। राजस्थान पुलिस ने राज्य स्तर पर एक महीने में गुमशुदा 358 बच्चों को तलाश कर लिया है। पुलिस की टीम अन्य लापता बच्चों की तलाश में अनवरत कार्यवाही कर रही है। पुलिस टीम ने डूंगरपुर में 22, झालावाड़ में 21, उदयपुर में 21, राजसमंद में 18, बांसवाड़ा में 11, प्रतापगढ़ में 11, चित्तौड़गढ़ में 9 और बारां में 3 बच्चों को तलाश कर परिजनों को सौंपा गया।
राज्य में थानावार टीमों का गठन किया…
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस सिविल राइट्स एवं एएचटी स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि इस अभियान के लिए राज्य में थानावार टीमों का गठन कर रेस्क्यू टीमों के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग, महिला अधिकारिता विभाग समाज कल्याण विभाग, बाल कल्याण समिति के सदस्यों एवं एनजीओ के प्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर इन बच्चों की तलाश के लिए व्यापक कदम उठाए गए हैं।
पुलिस टीम ने इन जिलों में बरामद किए बच्चे…
इस अभियान के अंतर्गत अजमेर जिले में 16, भीलवाड़ा में 21, नागौर में 17, टोंक में 3, जयपुर उत्तर में 20, जयपुर दक्षिण में 3, जयपुर पूर्व में 13, जयपुर पश्चिम में 5, जयपुर ग्रामीण में 6, झुंझुनू में 8, सीकर में 12, दौसा में 1, अलवर में 4, भिवाड़ी में 22, बीकानेर में 5, चूरु में 6, गंगानगर में 8, हनुमानगढ़ में 8, भरतपुर में 4, सवाई माधोपुर में 2, धौलपुर में 3, करौली में 4, जोधपुर पूर्व में 2, जोधपुर पश्चिम में 6, जोधपुर ग्रामीण में 3, जालौर में 3, बाड़मेर में 10, पाली में 11, सिरोही में 1, कोटा शहर में 8, कोटा ग्रामीण में 6, बूंदी में 9, झालावाड़ में 21, बारां में 3, उदयपुर में 21, बांसवाड़ा में 11, चित्तौड़गढ़ में 9, डूंगरपुर में 22, राजसमंद में 18 तथा प्रतापगढ़ में 11 बच्चों को तलाश कर परिजनों को सौंपा गया।