जयपुर। राजस्थान के कई शहरों में मकर संक्रांति पर्व धूमधाम से मनाया गया। मकर संक्रांति के मौके पर जयपुर सहित कई शहरों में जमकर पतंगबाजी हुई। राजधानी में 14 जनवरी और 15 जनवरी को डीजे की धुनों के साथ आसमान में पतंगें फिरकियां खाती रहीं। इस दौरान छतों पर वो काटा, वो मारा के शोर के बीच तिल के लड्डू और कचौरी-पकौड़ी के नाश्ते का दौर चलता रहा। अंधेरा हुआ तो लोग लालटेन वाली पतंगें उड़ाते देखे गए। इसके साथ ही जमकर आतिशबाजी भी हुई। दो दिनों तक हर किसी ने पतंगबाजी का आनंद लिया।
वहीं प्रदेश के अलग अलग जिलों में पतंगबाजी के चलते कई हादसे हुए जिसमें कुछ जानें भी चली गई। कई जगहों पर मांझे से गर्दन और शरीर के अन्य अंग कटने की कई घटनाएं सामने आई। वहीं झालावाड़ में 10 साल के बच्चे की मांझे से गर्दन कटने मौत हो गई। इधर, जयपुर में भी एक 12 साल के बच्चे की छत से गिरने से मौत हो गई। वहीं बूंदी में 62 साल के रामलाल मीणा का मांझे से गला कट गया जिससे उनके गले में 15 टांके आए हैं।
जयपुर में 12 साल का बच्चा छत से गिरा…
जयपुर कमिश्नरेट के तुंगा थाना क्षेत्र स्थित प्रेमपुरा भटेरी निवासी रिंकू शर्मा (12) सोमवार शाम को छत पर पतंग उड़ा रहा था। पतंग उड़ाने के दौरान रिंकू का पैर फिसल गया और वह छत से नीचे गिर गया। परिवार वाले रिंकू शर्मा को घायलावस्था में लेकर स्थानीय अस्पताल पहुंचे। हालत गंभीर होने पर उसे जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में रेफर किया गया। जहां अस्पताल में डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पतंग लूटते समय मांझे से गर्दन कटने से मौत…
वहीं झालावाड़ जिले के अकलेरा में सुरेंद्र (12) सोमवार 14 जनवरी को पतंग लूटने के लिए वह दोस्तों के साथ बाहर गया हुआ था। पतंग लूटने के लिए वह अपने दोस्तों के साथ असनावर की पुरानी आबादी स्थित नदी क्षेत्र में चला गया। पतंग लूटने के दौरान उसकी गर्दन मांझे में उलझ गई जिससे गले में गहरा छेद हो गया। दोस्तों ने तुरंत उसके परिजनों को सूचित किया। पिता दिलीप भील दौड़कर उसे अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने सुरेंद्र को मृत घोषित कर दिया।
मांझे से बुजुर्ग व्यक्ति की गर्दन कटी, 15 टांके आए…
14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन प्रदेश के कई जिलों में पतंगे उड़ाई जा रही थी। ऐसे में कई बाइक सवार मांझे में उलझ कर घायल हो गए। वहीं बूंदी जिले के नटावा निवासी रामलाल मीणा उर्फ कल्लू जमादार (62) का बाइक चलाते समय पतंग का मांझा गले में फंस गया। मांझे से उनका गला कट गया। गले में 15 टांके आए हैं। भीलवाड़ा में भी बाइक सवार बाबूलाल खटीक का गला मांझे से कट गया। ज्यादा खून बहने से उसे ब्लड चढ़ाना पड़ा।
राजधानी में 100 से ज्यादा हादसे, 58 घायल पहुंचे SMS हॉस्पिटल…
राजधानी में रविवार और सोमवार को हुई पतंगबाजी के दौरान शहर में करीब 100 अलग अलग हादसे हुए। मांझे से कटने, छत से गिरने संबंधी हादसे में घायल हुए 58 लोग एसएमएस अस्पताल पहुंचे। तीन घायलों के सिर और सीने में चोट लगी जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किसी की नाक कटी तो किसी की हड्डी टूट गई। कुल 9 घायलों को भर्ती किया गया जबकि शेष को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
जयपुरर में रोंगटे खड़े करने वाले हादसे…
पतंगबाजी के दौरान प्रदेशभर में कई हादसे सामने आए हैं। इनमें जयपुर के सुभाष चौक निवासी दशरथ शर्मा (23) की गर्दन मांझे से कट गई। हेलमेट लगाने के बावजूद हादसा हो गया। घायल दशरथ एक दुकान में काम करता है। वह सामान लेने के लिए दुकान से निकला और बाइक से जा रहा था। इसी दौरान मांझे की चपेट में आने से गला कट गया। दशरथ के गले में 6 टांके आए हैं। वहीं निवारू रोड लालचंदपुरा की रहने वाली राधिका (9) छत पर पतंग लेने के लिए रेलिंग से झुक रही थी। इस दौरान दूसरी मंजिल से पहली मंजिल पर गिर गई। इसके सिर में चोट लगी। चाकसू की अलीना (7) पतंग देखने के चक्कर में छत से गिर गई जिससे उसके हाथ की हड्डी टूट गई है। जब यह हादसा हुआ छत पर कोई नहीं था।