जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर हर पांच साल में सरकार बदलने का ट्रेंड जारी है। विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुमत की ओर जाती दिख रही है। चुनाव आयोग के मुताबिक भाजपा 105 और कांग्रेस 73 सीटों पर आगे है, वहीं 14 सीटों पर अन्य उम्मीदवार आगे हैं। वहीं जोधपुर जिले की 10 में से 7 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। रुझानों में बीजेपी को बढ़त मिलने के बाद जोधपुर भाजपा में खुशी की लहर है।
ओसियां विधानसभा सीट से भाजपा के भेरा राम चौधरी (सियोल) जीत गए है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी दिव्या मदेरणा को हराया। भैराराम सियोल ने 2807 वोटों से जीत हासिल की। भैराराम सियोल को कुल 103746 वोट मिले। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी दिव्या मदेरणा को 100939 वोट मिले।
2018 में पहली बार बनीं विधायक
बता दें कि दिव्या एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं, इसलिए राजनीति उन्हें विरासत में मिली है। दिव्या के दादा परसराम मदेरणा राजस्थान के बड़े जाट नेता माने जाते थे। उनके पिता स्व.महिपाल मदेरणा राजस्थान सरकार में पूर्व मंत्री और दादा स्व.परसराम मदेरणा राजस्थान के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। उनकी मां लीला मदेरणा वर्तमान जोधपुर जिला प्रमुख हैं। 39 वर्षीय दिव्या का जन्म 25 अक्टूबर 1984 को हुआ था। दिव्या ने इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम से इकॉनोमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएट किया है। 2018 में वह ओसियां सीट से ही पहली बार विधायक बनीं। दिव्या राजस्थान की वर्तमान विधानसभा में भी ओसियां से ही विधायक हैं।
साल 2018 में 27 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से जीतीं थी दिव्या
साल 2018 में मदेरणा परिवार की राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्री परसराम मदेरणा की पोती और पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा की बेटी दिव्या मदेरणा ने राजनीति में कदम रखा। कांग्रेस ने दिव्या को टिकट दिया और उन्होंने ओसियां से जोरदार जीत दर्ज की। कांग्रेस की दिव्या मदेरणा को 83,629 वोट मिले जबकि भाजपा के भैराराम चौधरी को 50049 वोट मिले थे। दिव्या ने 27,590 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की।