उदयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी खेमे की ओर से दिल्ली के नेताओं के दौरे का सिलसिला शुरू हो चुका है जहां कांग्रेस के महाचुनावी अभियान के सामने बीजेपी ने अपने केंद्रीय नेताओं की फौज उतार दी है. इसी कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 30 जून को उदयपुर पहुंच रहे हैं जहां गांधी ग्राउंड में उनकी एक सभा रखी गई है. वहीं शाह का इस दौरान मेवाड़ इलाके के आदिवासियों के साथ एक बैठक करने का भी प्लान है.
शाह सभा के दौरान कांग्रेस की गहलोत सरकार को कई मुद़्दों पर घेर सकते हैं जहां महिला अपराध, भ्रष्टाचार, किसानों की समस्याएं, पेपरलीक और कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर वह कांग्रेस पर निशाना साध सकते हैं. इसके अलावा शाह केंद्र की मोदी सरकार के 9 साल के कामों को भी जनता के सामने रखेंगे.
बता दें कि बीजेपी इस बार मेवाड़ में आदिवासियों पर फोकस कर रही है जहां मेवाड़ के कद्दावर नेता गुलाब चंद कटारिया के जाने के बाद बीजेपी को मेवाड़ में जमीन मजबूत करनी है. वहीं आदिवासी वोटबैंक के लिए खुद पीएम मोदी भी बीते दिनों मानगढ़ धाम में एक सभा कर चुके हैं. इसके अलावा जेपी नड्डा ने भी बीते दिनों सवाईमाधोपुर में एक आदिवासी सम्मेलन को संबोधित किया था.
वहीं बताया जा रहा है कि शाह की सभा में बीजेपी के तमाम बड़े नेता शामिल होंगे जहां पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी विजया राहटकर, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया सहित तमाम नेता उदयपुर पहुंचेंगे.
आदिवासी वोटबैंक पर बीजेपी की नजर
बता दें कि बीजेपी और कांग्रेस की नजर 2023 के चुनावों से पहले आदिवासी वोटबैंक पर है जहां मेवाड़ की इन 31 सीटों में से 17 सीटों पर आदिवासी वोट प्रभावी है. वहीं दक्षिण राजस्थान बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है जहां की चारों लोकसभा सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी. वहीं विधानसभा चुनाव में मेवाड़ से जुड़े 7 जिलों की 31 सीटों में से 16 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. इसके अलावा कांग्रेस के पास वहां 11 सीटें हैं और 2 बीटीपी और 2 सीटें निर्दलीयों के खाते में है.
कन्हैयालाल हत्याकांड का मुद्दा पकड़ेगा तूल
वहीं हाल में उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड की बरसी गई है जहां इस जघन्य हत्याकांड को लेकर बीजेपी कांग्रेस को घेरती आई है. चुनावों को देखते हुए जहां बीजेपी ने जयपुर ब्लास्ट में आतंकियों के रिहा होने का मसला बनाया वहीं अब कन्हैयालाला हत्याकांड को लेकर बीजेपी राज्य की कानून व्यवस्था और तुष्टिकरण को लेकर माहौल बना सकती है.
हालांकि सीएम गहलोत ने खुद ने हाल में उदयपुर सहित मेवाड़ के कई दौरे किए हैं. वहीं कांग्रेस लगातार कन्हैया लाल मामले में पुलिस के तेज एक्शन, अपराधियों की गिरफ्तारी और पीड़ितों की मदद करने को भुनाती है.
सीएम ने केंद्र के की अपील
वहीं इधर कन्हैयालाल के परिवार को एक साल बाद भी न्याय नहीं मिलने पर सीएम गहलोत ने बरसी के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके परिजनों को जल्द न्याय दिलवाने की अपील की है. सीएम ने कहा कि यह ‘ओपन एंड शट’ मामला है जिसमें घटनाक्रम के स्पष्ट सबूत मौजूद हैं फिर भी इतने समय बाद दोषियों को सजा नहीं मिलना दुखद है.
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने दुष्कर्म और हत्या के कई मामलों में फास्ट ट्रायल करते हुए कई आरोपियों को सजा देने का काम किया है लेकिन राजस्थान पुलिस ने आरोपियों को महज 4 घंटे में गिरफ्तार करने के बाद भी अभी तक कोई सजा नहीं मिली है.त