Rajasthan News: विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से कांग्रेसी नेताओं ने लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के तहत लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान के सभी जिलों में का दौरा कर जनता को पार्टी से जोड़ने का काम करेंगे। बीकानेर से शुरू किए इस अभियान के तहत ये नेता बीजेपी के उसी के शब्दबाणों से तीखा प्रहार कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी नेताओं के दिए गए बयानों को मुद्दा बनाकर हर दिन भजनलाल सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
‘अब क्या हुआ राजेंद्र राठौड़ जी’
गोविंद सिंह डोटासरा ने अपने एक्स पर एक वीडियो किया है जो प्रदेशाध्यक्ष सीसी जोशी का है। उन्होंने 19 जुलाई, 2023 को विधानसभा चुनाव के दौरान आरपीएससी (RPSC) भंग की बात कही थी। गड़बड़ करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे भेजने को कहा था। डोटासरा ने तंज कसते हुए कहा कि अब तो प्रदेश में बीजेपी उनकी सरकार बन गई है। लेकिन उनके ही मंत्री कर रहे हैं कि ‘आरपीएससी’ तो संवैधानिक संस्था है, इसे कैसे भंग कर दें? चूरू के नेता राजेंद्र राठौड़ भी बढ़ चढ़कर आरपीएससी को भंग करने की बात कहते थे, अब उन्हें क्या हुआ?
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‘बाबूलाल कटारिया को हमने जेल भेजा’
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि ‘बाबूलाल कटारिया को बीजेपी ने नहीं, कांग्रेस ने जेल भेजा। उसने गड़बड़ी की, सजा भी मिली। आप आरपीएससी भंग करने की बात कर रहे थे कर दी क्या? मैं कहना चाहता हूं कि किसी पर आरोप लगाना, किसी पर तरह-तरह के लांछन लगाकर व्यक्तिगत हमले करना, ये किसी को शोभा नहीं देता। कुछ भी कहने से पहले सोचना चाहिए कि मैं क्या बोल रहा हूं।
लोग बारुद की डेर पर बढ़कर दिया सलाई का खेल खेलते हैं। उसका अंजाम एक दिन राख के रूप में आता है। जिसके सीसे के महल होते हैं, वो झोपड़ी वालों पर कभी पत्थर नहीं फेंका करते। क्योंकि जिस दिन झोपड़ी वाला किसान उस शीशे के महल पर पत्थर फेंकना शुरू कर देगा तो उस दिन ही चकना चूर होने के साथ ही अंदर रहने वाले भी लहूलुहान हो जाएंगे। ये बात बीजेपी के नेताओं को समझनी पड़ेगी।
‘आरपीएससी को कैसे भंग कर दें’
डोटासरा बार-बार बीजेपी भजनलाल सरकार के नेताओं के आरपीएससी को भंग के लिए दिए बयान पर तीखा प्रहार कर रहे हैं। उनके बयान पर बीजेपी सरकार के यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि जहां तक मैं समझता हूं कि गोविंद सिंह डोटासरा वकील रह चुके हैं। चार बार विधायक भी रहे हैं। मंत्री भी रहे हैं। अब तक कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। उनको यह जानकारी होनी चाहिए कि राजस्थान लोक सेवा आयोग एक संवैधानिक संस्था और संवैधानिक संस्था के खिलाफ कार्रवाई करने के क्या-क्या तरीके हैं।
‘मोदी सरकार ने लोकसभा में पेश किया बिल’
मोदी सरकार ने प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक, अनियमितताओं और गड़बड़ियों से निपटने के लिए (लोक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण विधेयक, 2024) सोमवार को लोकसभा में पेश किया। इस विधेयक के तहत परीक्षाओं में अनियमितताओं से संबंधित अपराध के लिए अधिकतम 10 साल की जेल और 1 करोड़ रुपए के जुर्माने का प्रावधान है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इसे मंजूरी दे दी थी। कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने इस बिल को पेश किया। बताया जा रहा है कि इस बिल में विद्यार्थियों को निशाना नहीं बनाया जाएगा। बल्कि पेपर लीक करने वाले माफियाओं पर नकेल कसी जाएगी।
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