खबर का असर : वाहन चोरों की फाइल रि-ओपन, चेतक पर तैनात पुलिसकर्मियों पर होगा एक्शन!

प्रतापनगर सात सेक्टर में घर के बाहर खड़ी कार को चुराकर ले जा रहे वाहन चोरों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए उनको एस्कॉर्ट देने के मामले में डीसीपी ईस्ट के निर्देश पर एसीपी सांगानेर ने जांच शुरू कर दी है। डीसीपी ज्ञानचंद यादव के आदेशों के बाद अब मामले को भी जांच के लिए फिर से रि-ओपन कर दिया गया है।

Jaipur Police | Sach Bedhadak

जयपुर। प्रतापनगर सात सेक्टर में घर के बाहर खड़ी कार को चुराकर ले जा रहे वाहन चोरों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए उनको एस्कॉर्ट देने के मामले में डीसीपी ईस्ट के निर्देश पर एसीपी सांगानेर ने जांच शुरू कर दी है। डीसीपी ज्ञानचंद यादव के आदेशों के बाद अब मामले को भी जांच के लिए फिर से रि-ओपन कर दिया गया है। एसएचओ सांगानेर के सुपरविजन में मामले की जांच की जा रही है, जबकि एसीपी सांगानेर पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच कर रहे हैं।

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सच बेधड़क ने खबर प्रकाशित करके सांगानेर थाना पुलिस की चेतक में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा वाहन चोरों को एस्कॉर्ट करने और उनके खिलाफ दर्ज हुए मामले में दस दिन बाद ही एफआर लगाने के मामले का खुलासा किया था। इसके बाद पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने मामले को गंभीरता से लिया और डीसीपी ज्ञानचंद यादव को पुलिसकर्मियों की जांच करने और मामले को फिर से रि-ओपन करके जांच करने के निर्देश दिए हैं।

यह है मामला

सांगानेर थाने में राजेश गर्गने रिपोर्ट दी थी कि 23 दिसंबर को रात 10 बजे घर के बाहर कार खड़ी की थी। देर रात 2:30 बजे बाद घर के बाहर से आवाज आई। तब राजेश गर्ग उठे और घर के बाहर आए तो कार गायब थी। इस पर राजेश ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। राजेश ने घर के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले तो सामने आया कि बदमाश कॉलोनी से पीड़ित के घर से कार लेकर निकल रहे हैं।

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कॉलोनी के बाहर चेतक की गाड़ी आई और चेतक में दो पुलिसकर्मी नीचे उतरने के बाद 30 सेकंड तक वाहन चोरों से बात की और उनको एस्कॉर्ट देकर बिना जांच पड़ताल के ही जाने दिया। खास बात है कि घटना के दस दिन बाद ही पुलिस ने मामले में एफआर भी लगा दी।