जयपुर। राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर बीजेपी सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में राज्य की वीरांगनाओं का धरना छठे दिन रविवार को भी जारी है। इधर, वीरांगनाओं के समर्थन में उतरी कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने राजस्थान पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। दिव्या मदेरणा ने कहा कि वीरांगनाओं के साथ पुलिस का दुर्व्यवहार निंदनीय है । साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से ऐसे पुलिस अधिकारियों को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है, जिन्होंने वीरांगनाओ के साथ मारपीट की थी।
जोधपुर की ओसिया सीट से विधायक दिव्या मदेरणा ने ट्वीट किया कि जिनकी कुर्बानियों को हम नमन करते हैं। उनकी घर की महिलाएं वीरांगनाए अपने हक की माग की गुहार लगा रही हो और उन्हें इस कदर पीटा जाएं। उनकी सुरक्षा हमारा कर्तव्य है। हमारी सुरक्षा के लिए भारत माता जिनकी शहादत से रक्तरंजित हुई। उनकी वीरांगनाओं के साथ पुलिस द्वारा ऐसा दुर्व्यवहार बहुत ही निंदनीय है। मेरा मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि इन पुलिस अधिकारियों को तुरंत बर्खास्त किया जाए।
पुलिस अपमान नहीं करे, सीधे सीने पर गोली मारे
शहीद रोहिताश्व लांबा की पत्नी मंजू जाट ने कहा कि हम लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को सरकार के सामने रख रहे हैं। सरकार इन्हें मानने की बजाय हमारे साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रही है। पांच दिन से धरने पर हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। मुख्यमंत्री मिल नहीं रहे, मिलने जाते हैं पुलिस पीट रही है। यदि सरकार को हमसे इतनी ही परेशानी है तो पुलिस को हमारे सीने में गोली मारनी चाहिए।
ये था पूरा मामला
धरने के 5वें दिन शनिवार को राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के साथ पुलवामा शहीदों की तीन वीरांगनाएं राज्यपाल को ज्ञापन देने पहुंची थी। इस दौरान वीरांगनाओं ने ज्ञापन देकर इच्छा मृत्यु मांगी थी। लेकिन, ज्ञापन देने के बाद वीरांगनाएं सीएम हाउस पहुंची तो पुलिस ने तीनों को आगे नहीं बढ़ने दिया और उन्हें घसीटकर गाड़ी में बिठा दिया। इस दौरान शहीद रोहिताश लांबा की वीरांगना मंजू की तबीयत बिगड़ गई। तबीयत बिगड़ने पर वीरांगना को सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
ये खबर भी पढ़ें:-बदला मौसम का मिजाज : खेतों में पड़ी फसल भीगने से किसान चिंतित