जोधपुर। भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष सीपी जोशी ने जब से पद संभाला है, वे लगातार एक्टिव हैं। भाजपा के जन आक्रोश घेराव के अभियान को लेकर आज वे जोधपुर पहुंचे। यहां उन्होंने जनाक्रोश महासभा को संबोधित किया और कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। कार्यक्रम में जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी समेत कई नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भगवा से इतनी नफरत किसे खुश करने के लिए…?
सीपी जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि आज कई लोगों ने केसरिया बाना पहना हुआ है, भगवा पहना हुआ है, आजादी के इतने सालों के बाद जिस भगवा पताका को लेकर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप ने मुगलों को परास्त किया, वीर दुर्गादास राठौड़ ने भगवा पताका लहराई तो महाराजा सूरजमल ने मोहम्मद गौरी और गजनवी को दिल्ली से बाहर फेंक दिया। उन्होंने दिल्ली में भगवा फहराया था।
लेकिन दुर्भाग्य हमारा यह है कि हम तो हर रंग से प्यार और मोहब्बत करते हैं,क्या कारण है की राजस्थान की सरकार को आजकल भगवा से इतनी नफरत हो गई है। आज कोई भी भगवा पताका फहराता है तो उस पर एफ आई आर दर्ज हो जाती है। राजस्थान की सरकार कान खोल कर सुन ले कि वीर धरा के बेटे हैं. वीर धरा के बेटे हैं हम, अभी तक नहीं मुगलों के आगे के राणा का भगवा ध्वज झुका नहीं।
सीपी जोशी ने कहा कि जनता इस सरकार से पूछ रही है कि उनकी इतनी हिम्मत कैसे हुई।हम तो हरे रंग, सफेद रंग से भी प्यार करते हैं लेकिन आपको भगवा से इतनी नफरत क्यों है। सीपी जोशी ने कहा कि इस सरकार को जड़ से उखाड़ कर फेंकना है और ऐसा उखाड़ कर फेंकना है कि 50 वर्षों तक इस प्रकार के तुष्टीकरण को बढ़ावा देने वाली सरकार सर राजस्थान में ना आने पाए।
इस वीक सरकार में पेपर लीक ही होगा
मैं किसान का बेटा हूं, वह किसान जिसकी जमीन आज नीलाम हो रही है, जिसके चलते वह आत्महत्या करना चाह कर रहा है। बेरोजगार जिनको इस सरकार ने कहा था कि उन्हें बेरोजगारी भत्ता देंगे लेकिन आज वह हैरान और परेशान हैं, यह वही युवा हैं जिन्हें बिल्कुल विपरीत परिस्थितियों में अपने गांव-ढाणी से दूर मां-बाप अपना पेट काटकर भेजते हैं। वह परीक्षा देता है, परीक्षा देने के बाद पता लगता है कि इस बीच सरकार का पेपर लीक हो गया। उसके सपनों के साथ कुठाराघात होता है तो उस युवा ने भी कमर कस ली है कि इस नाकारा और निकम्मी सरकार को राजस्थान से निकालकर फेंकना है।
जयपुर ब्लास्ट के आतंकियों को रिहा करवाया किसे खुश करने के लिए ?
सीपी जोशी ने जयपुर ब्लास्ट के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि इस सरकार ने किसे खुश करने के उन आतंकियों को रिहा हो जाने दिया। जयपुर में 71 लोगों की जान चली गई, 185 लोग घायल हुए। किसी का बेटा था, किसी की मां थी, किसी का बच्चा था, किसी का भाई था लेकिन आपको आश्चर्य होगा वसुंधरा राजे की सरकार के दौरान सारे कड़ी कार्रवाई हुई। निचली अदालत ने आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई। आज यह प्रश्न खड़ा होता है इस राजस्थान की सरकार पर रोना भी आता है।
रोंगटे खड़े होते हैं। क्या राजस्थान की सरकार इतनी कमजोर है कि आतंकवादियों की पैरवी के लिए 21 वकील सुप्रीम कोर्ट के उनकी रिहाई के लिए खड़ा कर सकती है, राजस्थान की सरकार अपनी कुर्सी को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के बड़े-बड़े वकील ला सकती है लेकिन जयपुर के 71 लोगों की जान की बिल्कुल परवाह नहीं है। तब भारतीय जनता पार्टी ने कहा तुम नाकारा निगम में हो सकते हो लेकिन इन 71 लोगों को जब तक न्याय नहीं मिलेगा उन परिवारों को तब तक भारतीय जनता पार्टी और राजस्थान की जनता चाहे करोड़ों रुपए खर्च हों, लेकिन उन्हें न्याय दिलाएगी, आतंकियों को फांसी की सजा होगी और तब तक हम पूरी ताकत के साथ लड़ाई करेंगे।
मंदिर तोड़ने का काम किसे खुश करने के लिए ?
सीकर में राम दरबार तोड़ने के मामले को उठाते हुए सीपी जोशी बोले कि किसे खुश करने के लिए सीकर में राम दरबार को तोड़ने का काम हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरकार न्यायालय के फैसले के बाद अयोध्या में देश में दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक सांस्कृतिक केंद्र श्री राम का भव्य मंदिर बनाने का काम हो रहा है तो दूसरी तरफ यहां राजस्थान में राम दरबार को तोड़ने का काम हो रहा है। नरेंद्र मोदी की सरकार काशी विश्वनाथ हो, सोमनाथ हो, चाहे उज्जैन महाकालेश्वर हो, उनका भव्य मंदिर का निर्माण करवाया है। यह अंतर साफ दिखाई दे रहा है।
PFI पर क्यों कोई प्रतिबंध नहीं ?
कोटा में PFI की बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि यह सरकार पीएफआई जैसे संगठन को कोटा में शोभायात्रा निकालने की, बैठक करने की कार्यक्रम करने की परमिशन दे सकती है लेकिन रामनवमी और नव वर्ष की शोभायात्रा निकालने पर प्रतिबंध लगाते हो। यह राजस्थान की जनता बर्दाश्त नहीं कर सकती। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद इन अपराधियों को पाताल में से बाहर लाकर फांसी के फंदे पर पहुंचाएंगे।
कन्हैयालाल की हत्या हुई आखिर कैसे आरोपियों के हौसले इतने बुलंद हुए ?
बालोतरा रेप मामले का जिक्र करते हुए कहा कि वारदात के 24 घंटे बाद भी एफ आई आर दर्ज नहीं हुई। वहां पर बर्न यूनिट बनाई थी फिर भी उसे जोधपुर नहीं लाया गया आज उसकी मौत हो गई। तो उसका जिम्मेदार कौन है सिर्फ राजस्थान सरकार। उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या हुई, उस व्यक्ति ने पुलिस के पास सरकार के पास जाकर कहा कि मुझे धमकियां मिल रही हैं, मुझे सुरक्षा दीजिए। पुलिस ने कहा आप अपनी दुकान खोल लो, उन्होंने खोल दी तो अपराधियों का इतना हौसला बुलंद रहा कि उनकी हत्या करने से पहले वीडियो जारी करते हैं, गला रेतते हुए वीडियो जारी करते हैं, गला काटने के बाद वीडियो जारी करते हैं यह अपराधियों का इतना हौसला बढ़ा, किस के समर्थन से हुआ ?
इनके पीछे किसका हाथ है? जिन लोगों ने उनकी हत्या की उनको पकड़ने का काम राजसमंद के साथियों ने कहा उनकी धमकियां मिली। वे पुलिस के पास गए तो पुलिस ने उन्हें कहा आपको किसने कहा उनको पकड़ने के लिए… अगर उन्हें कुछ हो गया तो राजस्थान की सरकार.. कान खोल कर सुन ले, राजस्थान की जनता फिर आपको बिल्कुल बख्शने वाली नहीं है।
मोदी को रंधावा तो कया उनकी पूरी पीढ़ी तक खत्म नहीं कर पाएंगे
रंधावा के मोदी के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि जो रंधावा ने कहा था कि मोदी को खत्म करना है। रंधावा जी मोदी को तुम क्या, तुम्हारी पूरी पीढ़ी आ जाएंगी तो भी खत्म नहीं कर सकती। मोदी के साथ इस देश का गांव, गरीब, किसान खड़ा हुआ है। इन्हें अब राम याद आ रहे हैं, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया था कि राम कभी पैदा ही नहीं हुए, उनका अस्तित्व ही नहीं है, बल्कि काल्पनिक है, उस रामसेतु को तोड़ दिया जाना चाहिए। अब तो इन्हें राम भी याद आएंगे और नानी भी याद आएंगी। इस बार किसान विरोधी, युवा विरोधी, महिला विरोधी, दलित विरोधी सरकार को उखाड़ कर फेंकना ही है। यह जन सैलाब इस बात का द्योतक है कि 2023 में दुनिया की कोई ताकत नहीं जो राजस्थान में कमल खिलाने को रोक सके।