भाजपा लगातार तुष्टीकरण की राजनीति के आरोप लगाकर कांग्रेस को घेर रही है। भाजपा प्रदेश मुख्यालय से रविवार को राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने एक बार फिर कांग्रेस सरकार पर हमला बोला। राठौड़ ने प्रेसवार्ता में आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है।
सरकार में बैठे लोग आलाकमान को खुश करने, वोट बैंक को साधने के लिए राज्य में धार्मिक यात्रा पर पाबंदी लगा रहे हैं, क्योंकि सरकार अलगाववादी ताकतों के साथ खड़ी है। राठौड़ ने बाड़मेर की घटना को लेकर कहा कि राज्य में महिलाओं और बच्चियों के साथ होने वाली आपराधिक घटनाएं दिल दहला देती हैं। हालात यह हैं कि प्रदेश में इतनी बड़ी घटनाएं हो जाती हैं, लेकिन सरकार आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं करती है।
बाड़मेर में दलित महिला से रेप के बाद उसे एसिड से जलाकर मार दिया गया। लेकिन आरोपी एक समाज विशेष का होने के कारण सरकार उसे बचाने में लगी है। इस मामले में एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई और अब दो दिन बाद आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। प्रेसवार्ता के दौरान विधायक अनिता भदेल, प्रदेश मंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, प्रदेश मीडिया संयोजक पंकज जोशी, सहसंयोजक अशोक सिंह शेखावत, आनन्द शर्मा मौजूद रहे।
धार्मिक यात्राओं पर हो रही पत्थरबाजी
राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक यात्राओं पर पत्थरबाजी हो रही है। हाल ही में जयपुर के जमवारामगढ़ में पत्थरबाजी इसका ताजा उदाहरण है। सरकार अपने आलाकमान और राहुल गांधी के पोस्टर लगाने में व्यस्त है। यह पत्थरबाजों की सरकार है। जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपियों को बरी कराने वाली सरकार है। सरकार के खराब रवैये से राजस्थान की साख को बट्टा लगा है।
प्रियंका और उनका नारा दोनों गायब
भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेस में भाजपा विधायक अनिता भदेल भी मौजूद रहीं। भदेल ने कहा कि प्रदेश में हर दिन 17 दुष्कर्म होते हैं। प्रियंका गांधी ने नारा दिया था कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं, वह नारा कहां गया? राजस्थान में इतनी घटनाएं महिलाओं के साथ होती हैं, लेकिन वह एक बार भी प्रदेश में किसी पीड़ित महिला से मिलने के लिए नहीं आईं। सरकार की कोर्ट में लचर पैरवी के कारण दुष्कर्म के आरोपी जिन्हें फांसी होनी चाहिए थी, वह जेल से छूट रहे हैं।
भदेल ने कहा कि सरकार ने प्रदेश में धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने का काम किया है और तुष्टीकरण की पराकाष्ठा भी चरम पर है। धार्मिक तुष्टीकरण के कारण उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या कर दी गई। अब जिला प्रशासन ने सार्वजनिक स्थान पर धार्मिक झंडे नहीं लगाने का तुगलकी आदेश जारी किया।
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