टोंक। राजस्थान के टोंक में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने पिछले दिनों बनास नदी में मिले युवक के शव के मामले में खुलासा कर दिया है। पुलिस ने युवक की हत्या का पर्दाफाश करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार में लिया है। इसमें एक महिला शामिल है, जो कि मृतक की भाभी है।
हनुमान नगर थानाधिकारी हीरालाल ने बताया कि 18 अक्टूबर को पुलिस को सूचना मिली की धुंवाला में एक युवक का शव पानी में तैर रहा है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए देवली अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। मृतक युवक की पहचान डिग्गी निवासी गणेश पुत्र लालाराम माली के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि मृतक युवक के चेहरे पर चोट के निशान थे और उसके एक हाथ व गले में कपड़े की रस्सी बंधी थी। युवक की पहचान होने के बाद परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की जांच कर हत्या में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
भाभी ने पड़ोसी प्रेमी संग मिलकर देवर को मारा…
थानाधिकारी हीरालाल ने बताया कि मृतक की भाभी का पड़ोसी युवक से अवैध संबंध थे। इसका पता गणेश को लग गया था। जिसकी वजह से भाभी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर देवर की हत्या कर दी, ताकि उसके प्रेम प्रसंग का खुलासा ना हो सके। इसके बाद शव को बनास नदी में फेंक दिया।
इन लोगों को किया गिरफ्तार…
पुलिस ने हत्या के मामले में धनराज पुत्र राकेश सिंह राजपूत निवासी डिग्गी थाना डिग्गी और नोरती देवी पत्नी कन्हैयालाल माली निवासी को गिरफ्तार किया है। नोरती देवी मृतक गणेश माली की भाभी है। आरोपी धनराज सिंह और नोरती देवी पत्नी कन्हैयालाल माली पड़ोसी हैं। नोरती देवी धनराज सिंह के खेत पर मजदूरी करने जाती थी। इसी के चलते दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गई। दोनों बीच करीब पांच महीने से अवैध चल रहा था।
इस बात का पता नोरती देवी के देवर गणेश माली को लग गया था। इस पर महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर देवर को रास्ते हटाने का प्लान बनाया। दोनों ने 16 व 17 अक्टूबर की रात को गणेश के साथ गंभीर मारपीट की। इसके बाद बाध गणेश को रस्सी से बांधकर बनास नदी में पुलिस से नीचे फेंक दिया। घटना को अंजाम देने के लिए दोनों सामान्य तरीके से रहने लगे और घटना को लेकर अनजान बने रहे।
विशेष टीम गठित कर पाई सफलता…
पुलिस ने हत्याकांड के खुलासा करने के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल निकालकर सफलता पूरी घटना का खुलासा किया। हनुमान नगर थानाधिकारी हीरालाल ने इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए पुलिस की विशेष टीम गठित की। इसमें एएसआई गोपाल लाल, कांस्टेबल महेंद्र सिंह, लालाराम, केशव और प्रहलाद की भूमिका रही।