Rajasthan Mobile Veterinary Units: राजस्थान में पशुपालकों को अब घर बैठे पशु चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिल सकेगा जहां शनिवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में ओटीएस निवास से प्रदेश में चलने वाली 536 मोबाइल वेटरनरी इकाइयों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस कार्यक्रम में सीएम के अलावा पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत, सांसद सुखवीर सिंह जौनपुरिया, सांसद रामचरण बोहरा, विधायक गोपाल शर्मा, बालमुकुन्दाचार्य और RCDF MD सुषमा अरोड़ा भी मौजूद रही.
बता दें कि केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकार द्वारा 536 मोबाइल वेटेरनरी इकाइयों को चलाया जाएगा जिससे अब पशुपालकों को घर बैठे पशु चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिल पाएगा. इसके अलावा प्रदेश के पशुओं के इलाज के लिए पशुपालकों को अब जिला मुख्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. इस योजना के तहत 1962 टोल फ्री नंबर पर फोन कर मोबाइल वेटरनरी यूनिट्स की सुविधा घर बैठे ली जा सकती है.
मोदी जी की एक ओर गारंटी साकार : CM
वहीं इस दौरान सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि सुशासन को समर्पित हमारी सरकार ने मोदी जी की एक ओर गारंटी को साकार करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि पशुधन का ध्यान रखना हमारा धर्म है व प्राणी मात्र की सेवा करना हमारे संस्कार है ऐसे में भारतीय संस्कृति के इन्हीं महान मूल्यों का अनुसरण करते हुए आज ‘स्वस्थ पशुधन-उन्नत राजस्थान’ की संकल्पना की सिद्धि हेतु मोबाइल वेटरिनरी क्लिनिक वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है.
उन्होंने कहा कि नए राजस्थान में अब 1962 नंबर पर किए एक कॉल पर पशुधन के लिए सीधा पहुंचेगी जहां मोबाइल वेटरिनरी क्लिनिक वैन ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया’ के भाव के साथ हमारी सरकार गौवंश व पशुधन के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु वचनबद्ध है.
घर पर होगा पशुओं का इलाज
दरअसल केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश के पशुपालकों को घर बैठे इलाज की सुविधा देने के लिए मोबाइल वेटनरी यूनिट की सुविधा शुरू की गई है जहां पशुपालकों को उनके घर के द्वार पर ही इलाज की सुविधा मिलेगी. वहीं इन वाहनों को पूरी तरह से मेडिकल सुविधायुक्त बनाया गया है. वहीं पशुपालकों के एक कॉल पर गाड़ी उनके घर पहुंच जाएगी.
बता दें कि सरकार ने 108 एम्बुलेंस की तर्ज पर पशुपालकों के लिए यह व्यवस्था शुरू की है. इन मोबाइल पशु चिकित्सा यूनिट में कुल 3 लोग मौजूद रहेंगे जहां एक पशु चिकित्सक, 1 पशु चिकित्सा कर्मी और 1 ड्राइवर रहेगा. फिलहाल प्रदेशभर में कुल 536 मोबाइल वेटरनरी यूनिट संचालित की जाएंगी.