अजमेर जिला प्रशासन यूं तो बाल विवाह की रोकथाम को लेकर बड़े- बड़े दावे कर रहा है, लेकिन बुधवार को जब सच बेधड़क की टीम ने इसकी हकीकत जानने का प्रयास किया तो यह सभी दावों की पोल खुलती नजर आई। दरअसल, अजमेर के गेगल थाना क्षेत्र स्थित खोड़ा गणेश मंदिर में बुधवार को टीम के सामने बाल विवाह के बाद छोटे-छोटे दूल्हा दूल्हन ढ़ोक लगाने पहुंचे। इसकी फोटो भी सच बेधड़क की टीम ने अपने कैमरे में कैद की तो दूल्हा विक्टरी का साइन बनाकर हंसते हुए नजर आया।
बता दें कि राजस्थान में पिछले कई सालों पहले से बाल विवाह पर रोक लगा दी गई है। इसके बावजूद भी ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह बेरोक टोक हो रहे हैं। जबकि अजमेर जिला प्रशासन की ओर से बाल विवाह रोकने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने सहित बड़े बड़े दावे किए जाते रहे हैं। इन दावों की धज्जियां बुधवार को सच बेधड़क की टीम के सामने उड़ती नजर आई। खोड़ा गणेश मंदिर बाल विवाह का गवाह बन रहा है। बाल विवाह के बाद आज दूल्हा दुल्हन बने खोड़ा गणेश मंदिर पहुंचे जहां यह सच बेधड़क की टीम के कैमरे में कैद हुए। एक दूल्हे ने तो सच बेधड़क का कैमरा देखते ही विक्टरी का साइन भी दिखाया।
नामजद मुकदमा करवाओगे क्या?
सच बेधड़क के कवरेज करने के बाद एक व्यक्ति का कॉल आया जिसने खुद को गेगल थाने का कॉन्सटेबल रामेश्वर बताया और कहा कि जिन दो नाबालिग जोड़ों की फोटो खींची है वह उसके रिश्तेदार ही है। ऐसे में इसको रोकने के लिए कहा गया। इतना ही नहीं यह भी कहा गया कि पहले अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था, अब क्या ज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाओग? कथित कॉन्सटेबल ने खुद को एसपी ऑफिस में होने की बात कही साथ ही मिलने का भी कहा।
पुजारी को किया हुआ है पाबंद…
अतिरिक्त जिला कलक्टर भावना गर्ग ने बताया कि पूर्व में पुजारी को बाल विवाह के संबंध में पाबंद किया हुआ है। वहीं बाल विकास विभाग के एक कर्मचारी को भी यहां लगाया गया है जिससे कि बाल विवाह के बाद जोड़े पहुंचे तो इसकी सूचना मिल सके और आगामी कार्रवाई की जाए। गर्ग ने कहा कि वह इसकी जांच करवाकर आगामी कार्रवाई करवाएंगे।
इनका कहना है…
इस संबंध में वह अपनी टीम से पूछकर इसकी जांच करवाते हैं।
अंश दीप, जिला कलक्टर, अजमेर
(इनपुट- नवीन वैष्णव)