सिरोही। प्रदेश के बहुचर्चित आदर्श सोसायटी घोटाला मामले में आज सीएम गहलोत के सलाहकार और सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने RSS पर निशाना साधा। उन्होंने सीधे-सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि इस घोटाले का मुख्य आरोपी आरएसएस का कार्यकर्ता था। उन्होंने यह भी कहा कि इस घोटाले की रकम को संघ के संस्थाओं पर खर्च किया गया था।
केंद्र क्यों लोगों का पैसा वापस नहीं कराती
संयम लोढ़ा ने सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मेरी केंद्र सरकार से मांग है कि आदर्श सोसाइटी की जो संपत्ति सील की गई है, उन्हें फ्री किया जाए और उनके लिक्विडेटर को सौंप दिया जाए। जिससे इन प्रॉपर्टीज की नीलामी हो सके और जिन लोगों का पैसा इस में फंसा है, उन्हें वापस दिलाई जा सके। संयम लोढ़ा ने कहा कि इस घोटाले से कई लोगों का जीवन बर्बाद हो चुका है और डूब गए हैं। हजारों लोग बर्बाद हो गए हैं। फिर भी भारत सरकार चेत नहीं रही है।
सारी प्रॉपर्टी अटैच की..लोगों का पैसा कैसे मिले
इस घोटाले का मुख्य आरोपी आरएसएस का कार्यकर्ता है। संघ की संस्थाओं में इस घोटाले का पूरा पैसा गया है। 14000 करोड़ रुपए के घोटाले पर सरकार क्यों एक्शन नहीं ले रही है। संयम लोढ़ा ने कहा कि मल्टी स्टेट सोसाइटी होने के चलते केंद्र सरकार ने अहमदाबाद में सोसाइटी के मुख्यालय पर एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी को बिठा दिया लेकिन कोई स्टाफ नहीं दिया। अब सारी प्रॉपर्टी केंद्र सरकार ने अटैच कर दी है,। जिससे जिन लोगों का पैसा डूबा हुआ है उन्हें वापस नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने इस मामले को कई बार मुख्यमंत्री गहलोत तक अवगत कराया है। मेरी मांग है कि जल्द से जल्द केंद्र सरकार इस मामले को ध्यान को ध्यान में रखकर पीड़ितों को न्याय दिलाए।