(ओमप्रकाश शर्मा) : जयपुर। पुलिस लाइन चांदपोल में रियासतकालीन और दुर्लभ हथियारों का म्यूजियम बनेगा। इसमें 40 साल पुराने हथियार होंगे। इसके लिए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने तैयारी शुरू कर दी है। योजना है कि हथियारों को लाइन के साथ में पीएचक्यू में अफसरों के ऑफिस के बाहर रखें। हालांकि, अभी तक इस पर पुलिस के उच्च अधिकारियों से अनुमति ली जाएगी।
म्यूजियम में पुलिस परिवारों का प्रवेश होगा। साथ में विदेशी पर्यटक व स्कूल, कॉलेज के छात्र-छात्राओं की एंट्री के लिए अनुमति ली जाएगी। हथियारों की सुरक्षा की दृष्टि से आमजन के लिए म्यूजियम में एंट्री नहीं होगी। म्यूजियम में रखने वाले हथियारों की छंटनी भी कर ली है।
चल रही तैयारी
एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने कहा कि हथियारों की छंटनी हो चुकी है। फिलहाल पुलिस लाइन में संग्रहालय बनाने की तैयारी चल रही है। यहां पर पुलिस परिवार के साथ में हमारी योजना है कि स्कूल-कॉलेज स्टूडेंट व विदेशी पर्यटकों की भी एंट्री हो। इसके लिए उच्च अधिकारियों से अनुमति ली जाएगी।
पिस्तौल और राइफलें सबसे ज्यादा
म्यूजियम में सबसे ज्यादा 1985 से पहले की 30 छोटी-छोटी पिस्तौल होंगी। इसके अलावा 27 राइफल, 10 पिस्टल, 15 रिवाल्वर, 10 तमंचा, 4 तोप, 2-2 बैनट, फर्शा व एयर पिस्टल, 6-6 भाले व चाकू , 1-1 देशी कट्टा, पिस्टल माउजर व गुप्ती और 13 तलवार होंगी।
130 हथियार रखे जाएंगे म्यूजियम में
जानकारी के अनुसार म्यूजियम में 130 रियासतकालीन व दुर्लभ हथियार काे रखा जाएगा। इनमें छोटी पीतल की तोप समेत अन्य हथियार होंगे। सुरक्षा की वजह से हथियारों को कांच के बॉक्स में रखा जाएगा और वहां पर हथियार की जानकारी व खूबी के बारे में भी लिखा जाएगा। यह हथियार अलग-अलग बोर की सिंगल बैरल, ब्रिज लाडेड, टोपीदार, छोटे हथियार, डबल बैरल, डबल बोर और छोटी व बड़ी तलवारें हैं।
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