कल दिल्ली में राजस्थान बीजेपी की कोर ग्रुप कमेटी की बैठक होगी। यह मीटिंग शाम को 6 बजे प्रस्तावित है। इस बैठक की अध्यक्षता भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे। इस बैठक में अशोक गहलोत सरकार के 4 साल पूरे होने पर भाजपा की जन आक्रोश रैली को धार देने से लेकर आगामी चुनाव को लेकर रणनीति बनाने पर चर्चा होगी।
भाजपा की इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 1 नवंबर को राजस्थान दौरे पर भी चर्चा हो सकती है। इसकी भी संभावना है कि राजस्थान में अब चुनाव के लिए एक साल का ही समय बचा है। जमीन पर देखा जाए तो भाजपा कांग्रेस के खिलाफ अभी कोई माहौल बना नहीं पाई है। कांग्रेस पर अंदरूनी रार का आरोप लगाने वाली भाजपा खुद ही अंदरूनी कलह से जूझ रही है। सीएम फेस के लिए पार्टी में मचे घमासान ने गुटबाजी को जन्म दे दिया है।
अंदरूनी कलह पर हो सकती है चर्चा
हालांकि पार्टी ने ये ऐलान तो बहुत पहले ही कर दिय़ा था कि भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ेगी। ये बात अलग है कि चुनाव में जीत किस पार्टी की होगी। इधर वसुंधरा राजे देवदर्शन यात्रा कर अपना शक्ति प्रदर्शन दिखा रही हैं तो सतीश पूनिया जिलों के दौरे कर अपना समर्थन दिखा रहे हैं, लेकिन इतने में यह तो पता चल ही गया है कि इन सब पर वसुंधरा राजे का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है।
भाजपा की कल होने वाली बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा होने की संभावना है और यह जरूरी भी है कि इस मुद्दे पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के सामने बात हो। क्योंकि अगर इस मामले का समाधान नहीं हुआ तो इसका असर आने वाले चुनाव में देखने को मिल सकता है जो भाजपा जैसी पार्टी तो कभी नहीं चाहेगी।
ये नेता कोर ग्रुप में शामिल
दिल्ली में होने वाली इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे, प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठड़, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, राज्यसभा सांसद ओम माथुर, राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर, सासंद सीपी जोशी, सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत, सासंद अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चधरी, भूपेंद्र यादव, कनकमल कटारा शामिल हैं।