जयपुर। पाली के आनंदपुर कालू थाना इलाके के बलाड़ा गांव में स्थित एक अस्थाई चौकी में गिरफ्तार बेटे की पूछताछ के लिए आई बुजुर्ग मां को पुलिस कांस्टेबल ने लात मार कर जबरन हटाया था। इस पर शर्मनाक मामले पर आज खुद DGP उमेश मिश्रा ने संज्ञान लेकर आरोपित हेड कांस्टेबल उमराव खान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
बुजुर्ग महिला को लात मारने का वीडियो सोसल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था और अखबारों में भी इसे प्रमुखता से छापा गया था। जिस पर डीजीपी उमेश मिश्रा ने संज्ञान लिया और संबंधित अधिकारियों से घटना की जानकारी ली। जिसके बाद वृद्धा को लात मारने वाले हेड कांस्टेबल पर कार्रवाई की गई।
यह है पूरा मामला
दरअसल पाली के आनंदपुर कालू थाना क्षेत्र के बराड़ा गांव में एक अस्थाई पुलिस चौकी है जहां बलाड़ा गांव के ही एक व्यक्ति नाथूराम को पुलिस ने अवैध शराब बेचने के दो मामलों में सोमवार की देर शाम को गिरफ्तार किया था। अपने बेटे की पूछताछ के लिए आरोपी नाथूराम की माता चांदुडी देवी पुलिस चौकी पहुंच गई। वे पुलिस से पूछ रही थीं कि उनके बेटे को यहां पर क्यों लाया गया है। बुजुर्ग महिला चौकी के बाहर ही बैठ गई।
वहां से बुजुर्ग महिला को हटाने के लिए कांस्टेबल उमराव खान ने कोशिश की। लेकिन वृद्धा वहीं बैठी रही। महिला को जबरन हटाने के लिए कॉन्स्टेबल ने उसे लात मार दी और बाहर कर दिया। इस मामले में थाना प्रभारी निर्मल कुमार खत्री ने कहा कि जिस व्यक्ति को अवैध शराब बेचने के मामले में गिरफ्तार किया है वह दो मामलों में काफी दिनों से वांछित चल रहा है। उसकी पूछताछ के लिए महिला पुलिस चौकी आ गई थी। कॉन्स्टेबल ने उसको मेन गेट से हटाने की कोशिश की थी। लेकिन महिला नहीं हटी तो हेड कांस्टेबल उमराव ने उसे जबरन वहां से हटा दिया।
DGP उमेश मिश्रा की नसीहत को धता बताता पाली का यह मामला
लेकिन सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जिसके बाद डीजीपी ने इस मामले का संज्ञान लिया और अब उसे निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि राजस्थान के नवनिर्वाचित डीजीपी में कार्यभार ग्रहण करने के बाद ही पुलिस अधिकारियों को थाने में पीड़ितों के साथ उचित व्यवहार शुरू करने की नसीहत दे दी थी। लेकिन अभी उन्हें कार्यभार संभाले एक सप्ताह भी नहीं हुआ है कि पाली में हुए इस मामले में उनकी नसीहत को धता बता दिया।