Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर राजस्थान की सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस के नेता अपनी पार्टी के खिलाफ मुखर होकर बयान दे रहे हैं। बाड़मेर कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री अमीन खान (Amin Khan) ने कहा कि मुसलमान हमेशा से कांग्रेस के वफादार रहे, लेकिन कांग्रेस ने मुसलमान के हक के लिए कभी आवाज नहीं उठाई। हालात यह हैं कि देश में मुसलमानों की स्थिति दलितों से भी खराब है।+
इतना ही नहीं उन्होंने विधानसभा चुनाव में उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष फतेह खान पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि किसी का दोष नहीं कांग्रेस को कांग्रेसी ही हरा रहे हैं। यदि सारे कांग्रेसी नेता एक हो जाए तो किसी में इतना दम नहीं कि कांग्रेस को कोई हरा दें।
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क्या है पूरा मामला?
बाड़मेर-जैसलमेर-बालोतरा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल ने सोमवार को नामांकन भरा और जनसभा को लेकर लोकसभा सीट पर हर विधासनभा मुख्यालय पर कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन करवाया जा रहा है। इसी के तहत सोमवार को शिव विधानसभा में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन करवाया गया था।
इस दौरान मंच से पूर्व मंत्री एवं पूर्व विधायक अमीन खान जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कोई माने या नहीं माने, लेकिन आज मुसलमानों की स्थिति हरिजनों यानी दलितों से भी खराब हो चुकी है। देश में 16% दलित हैं तो 16% मुसलमान भी हैं, लेकिन आज सरकारी नौकरियों की बात करें तो दलितों के 8 हजार सरकारी कर्मचारी हैं, लेकिन मुसलमान के 200 भी नहीं है। यह मुसलमान के साथ अन्याय है।
‘कांग्रेस से नाराज है मुसलमान’
नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा देश में शुरू किए गए नागरिकता संशोधन अधिनियम पर भी अमीन खान ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह कानून मुसलमान के खिलाफ है, लेकिन इस कानून के खिलाफ कांग्रेस के एक सासंद ने भी विरोध नहीं किया। इसलिए मुसलमान भी कांग्रेस से नाराज है।
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‘सेक्युलरिज्म की सिर्फ बाते हैं’
अमीन खान ने कहा कि देश में सेक्युलरिज्म और बराबरी की सिर्फ बातें की जाती हैं। केंद्र सरकार ने देश में एक कानून लागू नहीं किया है। इस कानून में अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से किसी भी धर्म का व्यक्ति भारत आएगा तो उसे नागरिकता मिलेगी। लेकिन अगर मुसलमान आएगा तो उसे नागरिकता नहीं दी जाएगी। यह कैसी बराबरी है।