स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के राहुल गांधी को पत्र लिखे जाने के बाद सियासत गरमाई हुई है। दोनों पार्टियों की तरफ से बयानबाजी का दौर जारी है। दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर कोविड-19 के उल्लंघन का आरोप लगाकर राजनीति कर रही है। इसी राजनीति के तरकश में नया तीर राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने चलाया है। उन्होंने कहा कि जनाक्रोश यात्रा को लेकर पार्टी जल्द ही कोई फैसला करेगी। क्योंकि मनसुख मांडविया ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर नोटिस थमाया है। तो इस पर कांग्रेस नेताओं ने भाजपा की सभाओं और राजस्थान में निकाली जा रही जन आक्रोश रैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भारत जोड़ो यात्रा के बाद जनाक्रोश यात्रा पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि क्या कोरोना नियमों का उल्लंघन सिर्फ भारत जोड़ो यात्रा में हो रहा है, जनाक्रोश यात्रा में नहीं? गुलाबचंद कटारिया का कहना है कि कोरोना अपडेट अभी सामने आ रहा है उसे देखते हुए जनता के बचाव को पहली प्राथमिकता दी जा रही है। यात्राओं में संक्रमण के फैलने की आशंका बढ़ रही है तो हम भी जनाक्रोश यात्रा को लेकर जल्द ही बैठक कर कोई फैसला लेंगे। कटारिया ने कहा कि 130 करोड़ की आबादी वाले देश में अगर कोरोना को लेकर कोई हाहाकार मचता है तो वे देख नहीं सकते। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जब केरल से चली थी तब उन्होंने भी इस बारे में नहीं सोचा होगा। लेकिन अगर अब उन्हें यात्रा चलानी ही है, तो उन्हें कोरोना प्रोटोकॉल का पालन जरूर करना होगा।
पार्टी की बैठक में होगा जनाक्रोश रैली का फैसला
कटारिया ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत सिर्फ सुबह उठकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कुछ भी बयान देते हैं उनके पास अब यही काम रह गया है। कटारिया ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद जो सवाल जन आक्रोश रैली को लेकर उठ रहे हैं। उन पर हम विचार करेंगे। क्योंकि हमारी जन आक्रोश यात्रा में भी लोगों की तादाद बढ़ती जा रही है और हम जनसभाएं भी कर रहे हैं। इसलिए हमें भी इन प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। जन आक्रोश रैली को लेकर पार्टी बैठक करेगी जिसमें हाईकमान के नेता भी शामिल रहेंगे। वही यह तय करेंगे कि यात्रा आगे बढ़ेगी या फिर स्थगित होगी। गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि चीन में जिस तरह से कोरोनावायरस के हालात बने हैं वैसे भारत में ना बने उसके लिए हमें जो करना होगा हम करेंगे।
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