Dausa By-election: राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में दौसा सीट सबसे हॉट सीट बन गई है. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट और इस्तीफा दे चुके राजस्थान सरकार में मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की प्रतिष्ठा दांव पर है. दौसा विधानसभा सीट पर सचिन पायलट ने सोमवार को बड़ी जनसभा कर चुनाव का रुख बदल दिया. इसके बाद अब किरोड़ी लाल मीणा की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है. दरअसल, किरोड़ी लाल मीणा अपने भाई जगमोहन मीणा को जीतने के लिए दमखम प्रयास कर रहे हैं.
SC और सामान्य वर्ग के लगभग बराबर है वोटर, एससी भी 50 हजार से ज्यादा
इस सीट के सियासी गणित को देखें तो 60 से 65 हजार एसटी मतदाता है, जबकि एससी 50 से 55 हजार है. ओबीसी करीब 25 से 30 हजार मतदाता और सामान्य वर्ग करीब 70 हजार वोटर है. सामान्य वर्ग अभी अपने पत्ते नहीं खोल रहा है. फिलहाल इस वर्ग ने चुप्पी साध ली है. बताया जा रहा है कि सामान्य वर्ग के लोगों का जिस तरफ रुक रहेगा वह पार्टी जीत दर्ज करेगी.
दोनों दिग्गज नेताओं की साख लगी दाव पर
राजस्थान उपचुनाव में दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के दोनों दिग्गज नेताओं की साख दाव पर लगी है. दरअसल, भाजपा से किरोड़ी लाल मीणा और कांग्रेस से सचिन पायलट इस सीट पर जीत के लिए लगातार दमखम लगा रहे है. दौसा लोकसभा सीट हारने के बाद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के लिए विधानसभा उपचुनाव अग्निपरीक्षा है. भाई जगमोहन मीणा के चुनावी मैदान में उतरने के बाद यह चुनाव उनके लिए काफी अहम हो गया है. जबकि पायलट परिवार का गढ़ दौसा सीट को ही कांग्रेस हर हाल में जीतना चाहती है. इसी सीट से सचिन पायलट ने भी अपनी राजनीतिक पारी का आगाज किया था. वहीं, यह सीट उनके पिता राजेश पायलट और माता रमा पायलट की भी कर्म भूमि रही है.
कार्यकर्ताओं का मनोबल बहुत ऊंचा है
पायलट ने कहा कि राजस्थान उपचुनाव में जनता सरकार को जवाब देगी. राजस्थान में इस बार कांग्रेस ने किसी दल गठबंधन नहीं किया है. इस पर पायलट ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनोबल बहुत ऊँचा है और चुनाव परिणाम हमारे हक़ में होंगे. हरियाणा के बाद झारखंड और महाराष्ट्र के चुनावों पर सचिन पायलट ने कहा महाराष्ट्र में हम गठबंधन की सरकार बनाने जा रहे हैं झारखंड में भी परिणाम आशा अनुरूप होंगे.