बीजेपी को क्यों चाहिए 400 पार सीटें?, पायलट ने दिया जवाब, पीएम मोदी की मंशा पर उठाए सवाल

Rajasthan Lok Sabha Election 2024 : सचिन पायलट ने टोंक के उनियारा में दिए गए पीएम मोदी के भाषण पर आपत्ति जताई। कहा-‘देश के जिम्मेदार लोग विवादित बातें करते हैं।’

Sachin Pilot 8 | Sach Bedhadak

Rajasthan Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है। बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बयानों से राजस्थान की सियासत में घमासान मचा हुआ है। टोंक के उनियारा में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कांग्रेस को लेकर जो बातें कही उन्हें सचिन पायलट (Sachin Pilot ) पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने पीएम मोदी की बातों को भावनाओं को भड़काने वाली बतााया।

पायलट ने पीएम मोदी को नसीहत देते हुए कहा कि उनको अपनी भाषा की मर्यादा रखनी चाहिए। इस दौरान पायलट ने इस बात का भी खुलासा किया कि आखिरकार बीजेपी को 400 पार सीटें क्यों चाहिए? दरअसल, सचिन पायलट ने कहा कि बीजेपी 400 पार सीटें जीतकर विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है। पायलट टोंक में प्रचार-प्रयार का शोर थमने से पहले कार्यकर्ताओं की बैठक लेने पहुंचे थे।

यह खबर भी पढ़ें:-Jodhpur: ‘नकारा, निक्कमा, कुछ काम नहीं किया’, चुनावी सभा में गहलोत ने शेखावत पर बोला हमला?

क्यों चाहिए बीजेपी को 400 पार सीटें?

दूसरे चरण के चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं की बैठक लेने पहुंचे सचिन पायलट ने वोटिंग को लेकर रणनीति पर चर्चा की। पायलट ने वोटिंग को लेकर कार्यकर्ताओं में नया जोश भरा। बैठक के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए पायलट ने कहा कि बीजेपी को 400 पार सीटें चाहिए, क्योंकि वह इतना बहुमत हासिल करके विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है।

‘विपक्ष की आवाज को दबानी चाहती है भाजपा’

पायलट ने कहा कि बीजेपी 400 पार सीटें जीतकर मनमानी करेगी। विपक्ष की आवाज दबाएगी। कांग्रेस के खातें सीज कर दो। निर्वाचित मुख्यमंत्री को जेल में डाल दो, ईडी, इनकम टैक्स से विपक्षी नेताओं पर रेड डाल दो, इस तरह की कार्रवाई को अंजाम देगी जो लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। पायलट ने कहा कि लोकसभा चुनाव भविष्य के लिए काफी महत्वपूर्ण है।

‘PM ने भावनाओं को भड़काया’

पायलट ने कहा कि पीएम मोदी ने उनियारा में जो बातें की वो अपने आप में विवादित हैं। देश के पीएम को मर्यादा में रहकर बात करनी चाहिए। देश के जिम्मेदार लोग मंदिर, मस्जिद और मंगलसूत्र की बातें कर रहे हैं। यह बातें भावनाओं को भड़काने वाली है। प्रधानमंत्री को अपनी भाषा की मर्यादा रखनी चाहिए।

यह खबर भी पढ़ें:-संजीवनी घोटाला : ‘मुझे फंसाने के लिए लाखों-करोड़ों खर्च किए…’, पिछली सरकार पर शेखावत ने साधा निशाना