Politics News: राजस्थान में आदिवासी समाज अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में बना रहता है क्योंकि एक तरफ बात करें तो भारतीय आदिवासी पार्टी के संयोजक और डूंगरपुर बांसवाड़ा से सांसद राजकुमार रोत आदिवासियों के मुख्य कर्णधार माने जाते हैं तो वहीं दूसरी ओर राजस्थान सरकार में मंत्री बाबूलाल खराड़ी भी आदिवासी समाज से बड़े नेता के तौर पर देखे जाते हैं. दोनों ही नेताओं के बयान अक्सर चर्चा का केंद्र बने रहते हैं जिनको लेकर राजनीतिक गलियां में भी सरगर्मियां तेज रहती है. इसी बीच मंत्री बाबूलाल खराड़ी रविवार को डूंगरपुर के एक दिवसीय दौरे पर रहे जहां पर अंधेरी माता मंदिर के जीर्णोद्धार समारोह में शामिल हुए. इस दौरान संबोधन में मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि “आदिवासी हमेशा ऐसे ही सनातनी थे.”
अंधेरी माता मंदिर के विकास के लिए करेंगे मदद
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए मंत्री बाबूलाल करदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अंधेरी माता मंदिर के विकास के लिए हर संभव मदद करेंगे साथ ही मंदिर समिति के लोगों से कहा कि राज्य सरकार से और भी मदद दिलाने का प्रयास करेंगे.
ये भी रहे मौजूद
अंधेरी माता मंदिर के जीर्णोद्धार समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अतिरिक्त निजी सचिव शैलेश शर्मा, विधायक शंकरलाल डेचा, जिला प्रमुख सूर्या अहारी, प्रधान ईश्वरलाल सरपोटा ने भी बतौर अतिथि भाग लिया.
आदिवासी हमेशा से थे सनातनी‘
मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने आगे कहा कि मंदिरों में जाने से विनम्रता आती है. अंधेरी माता मंदिर शक्ति पीठ पांडवों के समय से है. इस मंदिर में दर्शन करने वाले लोगों की मन्नत पूरी होती है. बाबूलाल खराड़ी ने आगे सनातन संस्कृति में पूर्ण आस्था रखने की बात करते हुए कहा कि कुछ लोग भ्रमित हो गए हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि आदिवासी हमेशा से सनातनी हिंदू है. इस क्षेत्र के मानगढ़ धाम, बेणेश्वर धाम और घोटिया आंबा इसके प्रमाण है.