जयपुर। देश के केंद्रीय विश्वविद्यालयों सहित अन्य विश्वविद्यालयों के अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में प्रवेश के लिए सीयूईटी-यूजी का अंतिम चरण समाप्त होने के बाद अब एडमिशन की मारामारी शुरू हो गई है। इस परीक्षा के माध्यम से देश के 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों, 17 डीम्ड यूनिवर्सिटी, 23 स्टेट यूनिवर्सिटी और 58 प्राइवेट यूनिवर्सिटीज में प्रवेश दिया जाएगा। इस टेस्ट का रिजल्ट आने से पहले ही अिधकांश यूनिवर्सिटीज में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ऐसे में 12वीं कक्षा पास कर सीयूईटी-यूजी दे चुके स्टूडेंट्स के सामने गफलत की स्थिति है कि उन्हें आवेदन किस प्रकार करना चाहिए। दरअसल, केंद्रीकृत काउंसलिंग व्यवस्था नहीं होने के कारण स्टूडेंट्स को हर उस यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए अप्लाई करना पड़ेगा जिसमें वह एडमिशन चाहता है क्योंकि अगर वह एक ही जगह अप्लाई करता है और सीयूईटी-यूजी स्कोर के आधार पर वहां उसका एडमिशन नहीं हो पाता तो उसके भविष्य पर संकट खड़ा हो सकता है।
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अभी स्थिति यह है कि स्टूडेंट्स को जिस विश्वविद्यालय में दाखिला लेना है उसकी वेबसाइट पर जाकर एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन करना पड़ रहा है। ऐसे सभी रजिस्ट्रेशन्स में से सम्बन्धित विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित कटऑफ व अन्य मानदंडों जैसे 12वीं के मार्क्स, किसी विषय विशेष के मार्क्स आदि के आधार पर दाखिला दिया जाता है। देश भर के विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में इसी व्यवस्था से यूजी में दाखिले दिए जा रहे हैं। गौरतलब है कि इस वर्ष करीब 17 लाख स्टूडेंट्स ने सीयूईटी-यूजी के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। इस वर्ष 74 देशों के एक हजार से ज्यादा विदेशी स्टूडेंट्स ने भी यह
टेस्ट दिया है।
स्कोर के भरोसे न बैठें
गफलत से बचने के लिए स्टूडेंट्स को सीयूईटी यूजी स्कोर का इंतजार नहीं करना चाहिए। स्कोर लगभग एक सप्ताह में जारी होने की सभांवना है लेकिन स्कोर जारी होने से पहले ही स्टूडेंट्स को अपने लिए तीन-चार यूनिवर्सिटी व कोर्स चुनकर उनमें एडमिशन के लिए आवेदन कर देना चाहिए। स्कोर जारी होने के बाद उनको जिन विश्वविद्यालयों व कोर्समें प्रवशे मिलता है, वे प्रवशे ले सकते हैं। स्कोर का इंतजार करने पर कई बेहतर मौके उनके हाथ से छूट सकते हैं।
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अगले सत्र से कॉमन काउंसलिंग!
प्रवेश में इस गफलत को देखते हुए उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश की इस प्रक्रिया अब सेंट्रलाइज्ड किए जाने की तैयारी है। केंद्रीय व अन्य विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए एक ही प्रवेश परीक्षा के बाद अब कॉमन काउंसलिंग भी कराए जाने की योजना है। कॉमन काउंसलिंग के लागू हो जाने से स्टूडेंट्स को अलग-अलग यूनिवर्सिटी या कॉलेज के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन करने की जरूरत नहीं होगी। कॉमन काउंसलिंग सिस्टम अगले शैक्षणिक सत्र 2024-25 से लागू किया जा सकता है। हाल ही यूजीसी अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार ने कहा है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में काउंसलिंग प्रोसेस अब नए स्तर पर ले जाने की तैयारी है। छात्रों को अलग-अलग केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं होगी। ऑनलाइन मोड से आयोजित होने वाली कॉमन काउंसलिंग के जरिए अगले साल से सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिला दिया जाएगा।