PM Narendra Modi Feeds Cows: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मकर संक्रांति को कुछ खास अंदाज में दिखे जहां वह कुछ गायों को चारा खिलाते हुए नजर आए. पीएम ने मकर संक्रांति का त्योहार अपने आवास पर ही मनाया और वहां पाली गई गायों को चारा खिलाकर दान-पुण्य का संदेश दिया. वहीं पीएम के साथ दिखाई दे रही गायें गजब की सुंदर और तराशी हुई लग रही थी. इसके साथ ही पीएम चारा खिलाते समय गायों को दुलारते और सहलाते हुए नजर आए.
दरअसल मकर संक्रांति पर पीएम मोदी जिन गायों के साथ दिखाई दे रहे थे उनको लेकर भी चर्चा हो रही है. हर कोई जानना चाहता है कि वो गायें जिनकी सुंदरता देखते ही बन रही थी वो कौनसी नस्ल की है और क्या ये गायें सामान्य गायों से अलग हैं. वहीं इनकी कीमत को लेकर भी लोग चर्चा कर रहे हैं.
पुंगनूर नस्ल की गायें होती है बला की खूबसूरत
दरअसल पीएम मोदी जिन गायों के साथ दिख रहे थे वो थोड़ी बौनी किस्म की गायें थी. जानकारी के मुताबिक ये पुंगनूर नस्ल की गायें हैं जो अपने छोटे आकार और सुंदरता के लिए काफी मशहूर है. वहीं दुनिया की सबसे छोटी किस्म की गाय माने जाने कही जाने वाली पुंगनूर को फिलहाल संरक्षित करने की दिशा में भी कई प्रयास किए जा रहे हैं.
1 से 5 लाख तक होती है कीमत
वहीं आम गाय के दूध में जहां 3.5 प्रतिशत फैट होता है जबकि पुंगनूर गाय के दूध में 8 प्रतिशत फैट होता है. पुंगनूर गायों का आकार 70 से 90 सेंटीमीटर यानि अधिकतम 3 फीट तक होता है. वहीं इन गायों का वजन 110 से 200 किलोग्राम तक होता है और ये एक दिन में 5 किलो तक चारा खाती है.इसके साथ ही ये गाय एक दिन में दो से तीन लीटर दूध देती है और इनकी कीमत 1 लाख रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक होती है.
वशिष्ठ और विश्वामित्र ऋषि की मानी जाती थी ये गाय
वहीं ये गायें मुख्यतः आंध्र प्रदेश के चितौड़ ज़िले में पाई जाती है ये पूरे विश्व में सबसे छोटे हंप वाली गायों की नस्ल मानी जाती है. माना जाता है कि असली पुंगनूर गाय वैदिक काल में वशिष्ठ और विश्वामित्र ऋषि के समय में पाई जाती थी. वहीं जलवायु परिवर्तन होने और जगह बदलने के साथ पुंगनूर गाय की ऊंचाई भी बढ़ती गई और पहले पुंगनूर गायों की ऊंचाई 2.5 से 3 फीट तक की होती थी जिसे ब्रह्मा ब्रीड कहा जाता था.