Bhopal Girl Rape : भोपाल में स्कूल बस में 3 साल की बच्ची से रेप करने वाले बस ड्राइवर पर अब कड़ी कार्रवाई हो रही है। आलाकमान के आदेश के बाद राजस्व विभाग, स्थानीय पुलिस औऱ नगर निगम ने यह कार्रवाई की। दरअसल आरोपी बस ड्राइवर ने शाहपुरा के वसंत कुंज के पास के इलाके की जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण किया था।
जब बच्ची से रेप के आरोप (Bhopal Girl Rape) में ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया तो उस पर दर्ज सभी मुकदमों की भी जांच हुई, जिसमें यह अतिक्रमण वाला मामला भी सामने आया। जिसके बाद नगर निगम, राजस्व विभाग और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की, सबसे पहले उन्होंने मकान में रह रहे लोगों को बाहर निकलवाया उसके बाद मकान को ढहाने की प्रक्रिया शुरू की।
राजधानी की सभी बसों में लगेंगे सीसीटीवी
दूसरी तरफ बच्ची से बस में रेप की घटना (Bhopal Girl Rape) के बाद सरकारी महकमा अलर्ट मोड पर आ गया है। मामले की संवेदनशीलता देखते हुए कलेक्टर ने राजधानी की सभी बसों चाहे वो सिटी बस हो, मिनी बस हो या स्कूल बस हो इन सभी में सीसीटीवी लगाने के आदेश दिए हैं। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना है कि ये सीसीटीवी हमेशा चलते रहे, इनकी रिकॉर्डिंग कैमरे में अनिवार्य रूप से होने चाहिए। इसके अलावा बस में एक महिला स्टाफ भी जरूर होनी चाहिए।
हालांकि बच्ची से रेप (Bhopal Girl Rape) वाले मामले में वारदात के वक्त बस में महिला अटेंडेंट भी मौजूद थी, जिसने आरोपी के अपराध में पूरी मदद की थी, पुलिस ने आरोपी महिला को भी गिरफ्तार किया है। कलेक्टर ने यह बी निर्देश दिया है कि बच्चों के स्कूल आने-जाने में उनकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की होगी, अगर इस तरह या और कोई वारदात होती है तो स्कूल प्रबंधन भी आरोपी जितना ही गुनहगार होगा। इसलिए स्कूल मैनेजमेंट अपनी जिम्मेदारी में लापरवाही न दिखाएं। अन्यथा उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह था पूरा मामला
मध्य प्रदेश का राजधानी भोपाल (Bhopal Girl Rape) के रतीबड़ इलाके में स्थित स्कूल का है। यहां पढ़ने वाली नर्सरी की 3 साल की बच्ची से स्कूल बस ड्राइवर ने रेप किया। इस घिनौने अपराध में बस की महिला अटेंडेट भी ड्राइवर के साथ थी। महिला होने के बावजूद अटेंडेट ने कोई विरोध किया। यही नहीं बच्ची को कपड़े बदलवाकर उन्होंने उसे घर छोड़ा। जब बच्ची घर पहुंची तो परिजनों ने बदले हुए कपड़ों का कारण पूछा, वजह सुनकर माता-पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई।
स्कूल प्रबंधन ने ड्राइवर को दी क्लीन चिट
पीड़ित बच्ची ने घर पहुंचकर आपबीती सुनाई तो पहले परिजनों ने स्कूल में जाकर इसकी शिकायत की तो प्रबंधन ने पहले तो मामले से इनकार किया लेकिन बच्ची ने जब आरोपी ड्राइवर को पहचाना और अपने साथ हुई इस हरकत को प्रबंधन के सामने बताया को मैनेजमेंट ने जांच के नाम पर खानापूर्ति कर ड्राइवर को क्लीनचिट दे दी। इसके बाद परिजनों ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया। ACP महिला सुरक्षा निधि सक्सेना ने बच्ची की काउंसिलिंग की, जिसके बाद उसका मेडिकल परीक्षण कराय़ा, मेडिकल जांच में बच्ची के साथ गलत हरकत की पुष्टि हुई।
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