जोधपुर रेंज स्तरीय साईक्लोनर टीम ने रीट पेपर लीक में फरार 25 हजार की ईनामी महिला आरोपी किरण जाट को लुका छिपी के खेल के बाद आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है
राजस्थान में रीट पेपर लीक मामले में एक नई कड़ी निकलकर सामने आई है। जोधपुर रेंज स्तरीय साईक्लोनर टीम ने रीट पेपर लीक में फरार 25 हजार की ईनामी महिला आरोपी किरण जाट को लुका छिपी के खेल के बाद आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। जिला बालोतरा की वांटेड रीट पेपरलीक मामले में ईनामी आरोपी किरण को जोधपुर रेंज की साईक्लोनर टीम ने ढूंढ निकाला। पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि जिला स्तर पर 25 हजार की वांटेड महिला किरण जाट रीट 2021 प्रतियोगिता परीक्षा में पुलिस थाना बालोतरा में मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रही थी।मामले में नाम आने के बाद जैसे ही महिला के ससुराल में इसकी जानकारी लगी तो ससुर ने उसे डांट कर घर से निकाल दिया था। इसके बाद से ही वह अपने बॉयफ्रेंड के साथ पुलिस से छुपने के लिए 4 जिलों में फरारी काटती रही।यहां तक कि वह झांसा देने के लिए SUV पर पुलिस का लोगो लगाकर घूमती थी। शनिवार को सीकर के पास खेड़ापा पहुंचते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पल पल बदलती रही अपना ठिकाना
आरोपी पिछले 2 महीने से राजस्थान के अलग-अलग जिलों बालोतरा, बाड़मेर, सांचौर, जोधपुर, फतेहपुर में लुकाछिपी के बाद पकड़ा है। साईक्लोनर टीम के डर से दर-दर भटकती रही और हर सप्ताह अपना ठिकाना और मोबाइल बदलती रही। पहले सही रास्ता छोड़ा, फिर मोबाइल छोड़ा, फिर घर छोड़ा, फिर पति छूटा अब पुरूष मित्र का साथ भी छूट गया।
पास कराने की एवज में 8 लाख लिए थे
जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया- जोधपुर रेंज की पुलिस ने ऑपरेशन बेंच वार्मर्स चलाते हुए यह कार्रवाई की है। किरण जाट (25) पत्नी जुंजाराम जाट निवासी केकड़ पुलिस थाना सेड़वा (बाड़मेर) को गिरफ्तार किया गया है। उसका पीहर भूनिया पुलिस थाना धनाऊ में है। किरण के खिलाफ 2021 की रीट भर्ती परीक्षा में बालोतरा थाने में मामला दर्ज हुआ था।
3 साल से काट रही फरारी
जोधपुर के झालामंड इलाके में छुपकर समय काटा फिर साईक्लोनर टीम के दबाव में ठिकाना छोड़ना पड़ा। कभी खेमें का कुंआ तो कभी सारण नगर, कभी भुणिया तो कभी खोखरिया, कभी झालामंड कभी बलदेव नगर बाड़मेर तो कभी रामनगर तो कभी फतेहपुर दौसा लगातार भागती रही। ऐसे में किरण जाट अपने पुरूष मित्र के ठिकाने खेड़ापा में नया ठिकाना खोजने की कवायद में पकड़ी गई।3 साल से फरारी काट रही थी, रीट पेपर घोटाले में शामिल होने पर ससुर ने जमकर फटकार लगाई और घर से भगा दिया था। 08 लाख रुपये में धांधली का सौदा किया था, लेकिन ये पैसा सबकुछ बरबाद कर गया।
गाड़ी राजस्थान की पर नंबर प्लेट दिल्ली का
विकास कुमार ने बताया- आरोपी किरण ने पुलिस से बचने के लिए राजस्थान की गाड़ी पर दिल्ली की नंबर प्लेट लगा रखी थी। गुजरात के नंबर की गाड़ी का फास्ट टैग इस्तेमाल कर रही थी। पुलिस से बचने के लिए गाड़ी के पीछे पुलिस का लोगो भी लगा रखा था। किरण पुलिस से बचने के लिए मोबाइल भी बदल लेती थी। उसने कुछ समय तक जोधपुर के झालामंड इलाके में भी छुप कर फरारी काटी। पुलिस किरण को कोर्ट में पेश करेगी। इसके बाद उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।