बैंकिंग और वित्तीय शेयरों में मजबूत खरीदारी के चलते BSE सोमवार को दीवाली के मुहूर्त कारोबारी (Muhurat Trading) सत्र के दौरान सेंसेक्स 525 अंक या लगभग एक फीसदी बढ़कर 59,832 अंक पर बंद हुआ। सूचकांक के आंकड़ों के अनुसार यह सेंसेक्स के लिए सबसे बड़ा खरीदारी वाला मुहूर्त ट्रेडिंग साबित हुआ और कुल व्यापार के मामले में 2008 के बाद पहली बार इतने उच्च स्तर तक पहुंचा।
उल्लेखनीय है कि परंपरागत रूप से मुहूर्त सत्र के दौरान, व्यक्तिगत व्यापारी और निवेशक स्टॉक खरीदते हैं, भले ही कम मात्रा में हो, और बेचने से परहेज करते हैं। एनएसई पर, निफ्टी 154 अंक बढ़कर 17,731 अंक पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एमडी और सीईओ धीरज रेली ने बताया कि हाल ही में चल रही अनिश्चित आर्थिक अनिश्चितता के बाद, यूरोपीय और अमेरिकी बाजारों से मिल रहे पॉजिटिव रूझानों और हांगकांग और चीन के बाजारों में बिकवाली के बावजूद, बैंक शेयरों के कीमतों में तेजी आई। निवेशकों को उम्मीद है कि कुछ वृहद और वैश्विक बाधाओं के बावजूद आने वाले समय में यह दौर बना रह सकता है।
एक दिन में इन्वेस्टर के बढ़े 2 लाख करोड़ रुपए
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीएसई के बाजार पूंजीकरण के साथ ही निवेशकों की संपत्ति में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का इजाफा हुआ जो अब 279 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। बीएसई के आंकड़ों से पता चलता है कि सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 28 बढ़त के साथ बंद हुए। सेंसेक्स शेयरों में, ICICI बैंक और HDFC बैंक के साथ दूसरे अन्य शेयरों ने मिलकर इंडेक्स की बढ़त का लगभग आधा हिस्सा लिया। दूसरी ओर, बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, एचयूएल और कोटक बैंक में नुकसान के चलते व्यापार अपेक्षित ऊंचाई तक नहीं जा पाया।
दिवाली के दिन, बीएसई ने डिजीटल गोल्ड में भी कारोबार करना शुरू किया, यह एक नया प्रोडक्ट है जो निवेशकों, ज्वैलर्स और संस्थानों को सोने में पैसा इन्वेस्ट करने के लिए एक नया अवसर प्रदान करेगा। इस संबंध में एक्सचेंज ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बीएसई वर्ष 2015 से पूरे भारत में सभी बाजार सहभागियों के साथ मिलकर काम कर रहा है, ताकि विभिन्न गोल्ड-आधारित नए प्रोडक्ट्स को लॉन्च किया जा सके।