भारतीय मूल के ऋषि सुनक के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने से न केवल देशवासी प्रसन्न हैं बल्कि क्रिप्टो करेंसी इंडस्ट्रीज से जुड़े लोग भी अत्यधिक उत्साह में हैं। क्रिप्टो एक्सपर्ट्स के अनुसार उन्होंने इस इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए कई सकारात्मक कदम उठाए हैं। कॉइनडेस्क की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के तहत, वह देश को एक क्रिप्टो हब में बदलना चाहते थे। उन्होंने चांसलर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान यूके की नई क्रिप्टो महत्वाकांक्षाओं को पूरा किया है।
उल्लेखनीय है कि ऋषि ने वित्तीय सेवा और बाजार विधेयक तैयार करने में महत्वपूर्ण मदद की थी। यदि यह कानून संसद में पास हो जाता है तो इंग्लैंड के स्थानीय नियामकों को क्रिप्टो इंडस्ट्री को रेगुलेट करने के लिए व्यापक शक्ति और अधिकार प्रदान करेगा।
इस कानून के पास होने के बाद यह भुगतान नियमों के दायरे में परिसंपत्ति-संचालित क्रिप्टो, जैसे कि स्थिर कॉइन्स को लाने की एक प्रमुख पहल करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऋषि सुनक की लीडरशिप में देश के कॉइन निर्माता, रॉयल मिंट को एक नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) कलेक्शन बनाने का काम सौंपा गया था, जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है।
इंडस्ट्रियलिस्ट लॉबी समूह क्रिप्टोयूके के निदेशक इयान टेलर ने भी ऋषि के प्रधानमंत्री चुने जाने को एक अच्छा कदम बताते हुए कहा कि यह क्रिप्टो ट्रेडिंग और देश की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक सिद्ध होगा। इनोवेट फाइनेंस में नीति निदेशक एडम जैक्सन ने भी सुनक को फिनटेक का चैंपियन बताते हुए उनकी प्रशंसा की।
ऋषि सुनक भारतीय अरबपति नारायण मूर्ति के दामाद है और ब्रिटेन के पहले गैर-श्वेत प्रधानमंत्री होंगे। उन्होंने अपने एक छोटे सार्वजनिक बयान में कहा था कि मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि मैं ईमानदारी और विनम्रता के साथ आपकी सेवा करूंगा और मैं ब्रिटिश लोगों के लिए दिन-रात काम करूंगा।