UPSC एग्जाम के रिजल्ट आने के बाद चारों तरफ बस इसके टॉपर्स की चर्चा हो रही है। हर बार की तरह इस बार भी देश की इस सबसे कठिन परीक्षा में बिहार ने अपना दबदबा बनाए रखा। बिहार की गरिमा लोहिया ने UPSC-CSE परीक्षा में दूसरी रैंक लाकर बिहार का सिर एक बार फिर से गर्व से ऊंचा कर दिया है। लेकिन एक बात का गरिमा को दुख है कि उनके जीवन की सबसे बड़ी सफलता में उनके पिता शामिल नहीं है। दरअसल गरिमा के पिता का लगभग 7 साल पहले निधन हो चुका है।
7 साल पहले पिता का हो चुका है निधन
गरिमा बिहार के बक्सर की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी स्कूलिंग भी बक्सर से ही की है। गरिमा लोहिया ने बक्सर के वूड स्टॉक स्कूल से से पढ़ाई की है। उनके पिता नारायण प्रसाद लोहिया का निधन 7 साल पहले हो चुका है। गरिमा के पिता एक दिन उन्हें ऊंची उड़ान उड़ते हुए देखना चाहते थे। लेकिन जब उनकी बेटी ने उड़ान भरकर पूरी आसमान नाप लिया तो उनकी इस सफलता का आनंद उठाने के लिए उनके पिता आज इस दुनिया में नहीं है। गरिमा के पिता के निधन के बाद उनकी हिम्मत टूट चुकी थी।
सेल्फ स्टडी से हासिल किया मुकाम
लेकिन जीवन के सबसे कठिन वक्त में गरिमा ने हिम्मत नहीं हारी और खुद को संभालते हुए आगे की पढ़ाई जारी की। अपनी स्कूलिंग के बाद गरिमा दिल्ली चली गईं यहां पर रहकर उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा को प्राप्त की। यहां पर रहकर ही उन्होंने IAS बनने का खअवाब देखा और उसे पूरा करने में जुट गईं। कोरोना के दौरान गरिमा वापस अपने घर आ गईं और यहीं पर रहकर उन्होंने सेल्फ स्टडी से अपनी तैयारी जारी रखी। गरिमा ने अपनी तैयारी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का प्रयोग किया। जिसमें उन्होंने यू-ट्यूब से काफी मदद ली। सेल्फ स्टडी के बल पर गरिमा ने कड़े संघर्ष और मेहनत के बाद AIR-2 लाकर अपना और अपने पिता का नाम रोशन किया।