जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी और कांग्रेस की जोर आजमाइश तेज हो गई है. इस बीच सीएम अशोक गहलोत ने 2023 के लिए एक नया दांव चल दिया है. गहलोत ने उदयपुर में जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया है. दो दिवसीय मेवाड़ दौरे पर पहुंचे सीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि रायपुर अधिवेशन में कांग्रेस ने जातिगत जनगणना का प्रस्ताव पास किया था जिसके बाद उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे और उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को जातिगत जनगणना को लेकर एक पत्र लिखा है. माना जा रहा है कि गहलोत कर्नाटक चुनावों की तर्ज पर राजस्थान में भी जातिगत जनगणना का मुद्दा बनाने जा रही है.
मालूम हो कि इससे पहले गहलोत ने राजस्थान में सरकारी नौकरियों में ओबीसी के लिए 21 प्रतिशत आरक्षण को बढ़ाने पर भी बयान दिया था. सीएम ने कहा था कि ओबीसी समुदाय की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है ऐसे में उनका आरक्षम बढ़ाकर 27 प्रतिशत किया जाना चाहिए जिसके लिए हमारी सरकार ओबीसी कमीशन से पहले रिव्यू करवाएगी.
राहुल गांधी ने उठाया था मुद्दा
मालूम हो कि कर्नाटक चुनावों के दौरान राहुल गांधी ने ओबीसी आरक्षण के मुद्दे को हवा देते हुए जातिगत जनगणना के आंकड़े छुपाने को ओबीसी अपमान से जोड़ा था और कई भाषणों में जातिगत जनगणना का जिक्र किया था. वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी की टिप्पणी पर कांग्रेस पर हमला किया था और इसे ओबीसी अपमान से जोड़ते हुए मुद्दा बनाया था.