2000 Notes Ban: 2000 रुपए के नोट की बंदी को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने भाजपा से दो टूक कह दिया है कि एक बार से नोटबंदी की खौफनाक याद ताजा हो गई। जब एकदम से हड़कंप मच गया था। अगर 2000 का नोट चलन में नहीं था तो इस पर भाजपा जवाब क्यों नहीं देती, दूसरी तरफ भाजपा कांग्रेस के इन बयानों का जवाब देती फिर रही है। भाजपा इसे ब्लैक मनी के खिलाफ एक और कड़ा कदम बता रही है।
जब बंदी ही करना था तो लाए क्यों
RBI ने 2000 रुपए के नोट बंद करने का ऐलान (2000 Notes Ban) किया है। RBI ने इन नोटों को बदलवाने के लिए 30 सितंबर का टाइम दिया है। RBI के इस कदम को लेकर कांग्रेस ने केंद्र पर सवालों की झड़ी लगा दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सवाल उठाया कि अगर भाजपा को ये नोट बंद ही करने थे तो फिर इन्हें चलन में क्यों लाया गया। क्या ये नोट पहले चलन में नहीं थे। अगर नहीं थे तो अब तक वे सर्कुलेशन में क्यों रहे। सरकार इस पर भी जवाब दे कि बाजार से 2000 के नोट कम कैसे होते जा रहे हैं?
गहलोत ने कहा नोट बंदी करा कर पहले ही वे इतनी बड़ी गलती कर चुके हैं। अब ये कर के फिर से एक और बड़ी गलती करने जा रहे हैं। ना उन्होंने पहले नोटबंदी के लिए जनता को समय दिया और अब फिर से वही काम कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि केंद्र के इस तरह के फैसले अर्थव्यवस्था को लगातार कमजोर कर रहे हैं। बिना सोचे-समझे पहले तो वो 2000 का नोट चलन में ले आए और फिर अब उसे बंद कर रहे हैं।
पहली नोटबंदी से कितना कालाधन पकड़ा गया?
दूसरी तरफ NCP ने भी इस मुद्दे पर केंद्र को घेरा है। NCP ने कहा है कि भाजपा हर कदम चुनाव को देखकर ही उठाती है। अब चुनाव आने वाले हैं इसलिए अब ये 2000 रुपए का नोट बंद कर रहे हैं। सपा ने तंज कसते हुए कि भाजपा नोटबंदी कर भ्रष्टाचार पर पाबंदी लगाना चाहती थी, काला धन वापस लाना चाहती थी और अब 2000 के नोट को बंद करने के साथ ही वे भ्रष्टाचार को रोकने की बात करती है। ये सिर्फ बातें करते हैं। कोई बता दे कि इनकी नोटबंदी से कितना कालाधन पकड़ा गया। कितने भ्रष्टाचारी पकड़े गए।
देशहित में लिया गया फैसला
इधर भाजपा कह रही है कि 2000 के नोट बंद करने से भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कदम उठाया जा रहा है। भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि ये नोटबंदी नहीं यह नोटबदली है। काले धन पर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक है। भाजपा ने कहा है कि इन नोटों के बंद होने से किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है। देशहित में इस तरह के कठिन फैसला लिया जा रहा है।
एक बार में 20 हजार रुपए तक के नोट बदले जाएंगे
गौरतलब है कि आरबीआई ने बैंकों को निर्देश दिए हैं कि 30 सितंबर इन नोटों को बदलते रहें। एक बार बीस हजार रुपए के नोट ही बदले जाएंगे। लोग 2,000 रुपए के नोट बैंक खातों में जमा करा सकेंगे या फिर उन्हें अन्य मूल्य के नोटों के साथ किसी भी बैंक शाखा में जाकर एक्सचेंज करा सकेंगे। यह प्रक्रिया 23 मई से शुरू होगी और 30 सितंबर 2023 को खत्म होगी।
2016 में नोटबंदी के बाद आया था 2000 रुपए का नोट
बता दें कि नवंबर 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपए के नोट को लेकर नोटबंदी कर दी थी। जिसके बाद 2,000 रुपए का नोट नवंबर 2016 में मार्केट में आया था। केंद्र सरकार ने इसकी जगह नए पैटर्न में 500 का नया नोट और 2,000 रुपए का नोट जारी किया था।