ढाका। शक्तिशाली तूफान मोखा के म्यांमार में दस्तक देने के बाद देश के पश्चिमी तट के पास के इलाकों में 12 फुट तक समुद्र का पानी भर जाने के कारण वहां फंसे करीब 1,000 लोगों को सोमवार को बचावकर्मियों ने निकाला। चक्रवात के कारण म्यांमार के इस हिस्से में संचार संपर्क कट गया है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं, कई मारे गए हैं। हालांकि मृतकों की संख्या अभी ज्ञात नहीं है।
सितवे में ‘रखाइन यूथ्स फिलांथ्रोपिक एसोसिएशन’ के एक नेता ने नाम नहीं जाहिर करने का अनुरोध करते हुए बताया कि तेज हवाएं चलने के कारण हुई घटनाओं में 700 से अधिक लोग घायल हो गए और करीब 20,000 लोगों नेसितवे में मठों, पैगोडा और स्कूलों जैसे स्थानों पर शरण ली है। रविवार को चक्रवात मोखा के रखाइन राज्य में दस्तक देने के बाद तटीय क्षेत्र में निचले इलाकों में समुद्र का पानी घुस आया है। निवासी घरों की छतों और ऊपरी मंजिलों पर शरण लिए हुए हैं।
बांग्लादेश भी प्रभावित
इससे पहले चक्रवात के कारण म्यांमार में तीन लोगों की मौत होने और पड़ोसी बांग्लादेश में कई लोगों के घायल होने की सूचना मिली थी। चक्रवात के मार्ग में आए बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में अधिकारियों ने पहले कहा था कि उन्होंने हजारों लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया। ढाका में बांग्लादेश मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक अजीजुर रहमान ने कहा, ‘हालांकि दोपहर तक ऐसा प्रतीत हुआ कि तूफान पूर्वकी ओर बढ़ गया और देश का अधिकतर हिस्सा इससे अछूता रहा।’
5 फीट तक पानी भरा
बचाव समूह के नेता ने कहा, “कल शाम चार बजे तूफान थोड़ा कमजोर हुआ था लेकिन पानी नीचे नहीं उतरा। अधिकतर लोगों ने छतों पर और अपने मकान की ऊपरी मंजिल पर रहकर रात बिताई। बाढ़ वाले इलाकों में सोमवार को सुबह तक करीब पांच फीट पानी भरा रहा, लेकिन हवाओं के शांत होने और सूरज निकलने के बाद बचाव कार्य जारी रहा। नागरिक संगठनों और अधिकारियों से सहायता भेजने और निवासियों को निकालने की अपील की।
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