सचिन पायलट के कांग्रेस सरकार के खिलाफ गतिविधियों पर अब पार्टी की नजर तिरछी हो गई है। कांग्रेस ने पायलट पर भाजपा से मिले हुे होने का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा है कि भाजपा के ही मार्गदर्शन पर काम करके पायलट ने कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश की है।
राजे के खिलाफ बयान नहीं देते क्योंकि करीबी रिश्ते
प्रेस कांफ्रेंस कर पीसीसी सचिव रामसिंह कस्वां ने कहा कि सचिन पायलट ने जिन खानों की बात की है। उस मामले को मैंने खुद ने लड़ा है। 11 जून 2016 की शाम को 5:30 बजे मैं सचिन पायलट से मिला था। जिस दौरान वो पीसीसी के अध्यक्ष थे। मैंने मामले कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता रूप में दिए थे। मैंने उनसे यह बात करने की कोशिश की थी कि आप किसी विधि नेता को बुलाए, सबूत में कमी हो या लड़ने की दिक्कत हो तो मैं सारी फाइलें लाकर आपको दे देता हूं और आप लोग जिस में संशोधन करना चाहे या बड़ा वकील करना चाहे तो वह कर सकते हैं।
अब रिश्ते नहीं रहे क्या
रामसिंह कस्वां ने कहा कि मेरा वसुंधरा राजे से व्यक्तिगत झगड़ा नहीं है इस पर पायलट ने कहा कि मैं राजे के खिलाफ अगर बयान देता हूं तो वे लोग नाराज होते हैं क्योंकि हमारे परिवार उनके परिवार के बीच में काफी नजदीकी रिश्ते हैं। तो मैंने उन्हें कहा कि आप पीसीसी के अध्यक्ष हैं, बड़े बाप के बेटे हैं। आपको बयान देने से ही इतनी दिक्कत है तो मैं एक साधारण कार्यकर्ता हूं और फिर भी मैं यह मामले लड़ रहा हूं। कोई भी राजस्थान की जनता की प्रॉपर्टी को कोई भी सरकार या सरकारी मशीनरी छिन्न-भिन्न करती है। तो उस मामले को लेकर हम तमाम मुकदमे लड़ रहे हैं। पायलट बताएं कि अब उनके वसुंधरा से रिश्ते नहीं रहे, अब वो क्यों ये सब कर रहे है।
भाजपा से मिलकर कांग्रेस को कमजोर करने का काम कर रहे हैं पायलट
कंस्वा ने कहा कि राजस्थान में 0% काम को लेकर टॉलरेंस है लेकिन इस नैरेटिव को भाजपा सहन नहीं कर पा रही है। इसलिए कांग्रेस को कमजोर करने के लिए सारे कदम उठाए जा रहे हैं और अब जो काम चल रहे हैं वह कांग्रेस को कमजोर करने के लिए है।
बीजेपी से सचिन पायलट की मिलीभगत है। आप देख सकते हैं जिस तरह तारीखों का चुनाव किया गया है। उन्होंने स्टेट बाय स्टेप उन तारीखों पर काम किया है। जब बहुत इंपोर्टेंट इवेंट होता है 10 तारीख को कर्नाटक की वोटिंग थी। 9 तारीख को राहुल गांधी माउंट आबू आए थे तो पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी। तो उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के मार्गदर्शन में ही काम किया है और उनके इशारों पर ही काम किया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने का काम किया है।