खालिस्तान कमांडो फोर्स के प्रमुख परमजीत सिंह उर्फ पंजवार की हत्या हो गई है। अज्ञात लोगों ने पंजवार की गोली मारकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया है। यह वारदात तब हुई जब पंजवार सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले थे तभी दो नकाबपोश बंदूकधारियों ने उन पर गोली चला दी।
सिखों के लिए अलग देश की मांग करता था परमजीत
बता दे कि परमजीत सिंह पंजवार एक कट्टरपंथी खालिस्तानी था। वह लगातार सिखों के लिए एक अलग से एक देश की मांग कर रहा था। वह एक वांछित आतंकवादी भी था। उसने खालिस्तान कमांडो फोर्स नाम का एक एक आतंकवादी संगठन भी चला रखा था पंजवार से पहले उसके चचेरे भाई लाभ सिंह इस संगठन को चलाता था भारतीय सेना ने लाभ सिंह को मौत के घाट उतार दिया था। जिसके बाद पंजवार ने इस गद्दी को संभाल लिया।
2010 के बम ब्लास्ट का था सरगना
परमजीत सिंह पंजवार अंबाला और पटियाला में साल 2010 के बम विस्फोटों में मुख्य सरगना था। उसने साल 2009 में राष्ट्रीय सिख संगत के प्रमुख रुल्दा सिंह की हत्या भी की थी। बता दें कि राष्ट्रीय सिख संगत RSS की ही इकाई है। यह नहीं परमजीत का हाथ पंजाब में ड्रोन के जरिए नशीली दवाओं की तस्करी में भी था। इधर ऑफ पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां परमजीत सिंह को मारने वाले बंदूकधारियों की तलाश में जुट गई हैं।