झालावाड़। राज्य सरकार कि 10 योजनाओं का आमजन को लाभ देने के लिए जिले की सबसे बड़ी पंचायत समिति सुनेल की ग्राम पंचायत कालीतलाई के राजीव गांधी सेवा केंद्र में सोमवार को महंगाई राहत शिविर का शुभारम्भ जिला कलक्टर द्वारा किया गया।शिविरों की आधारशिला कहे जाने वाले विभिन्न वर्गों के कर्मचारी अपनी लंबित मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे हैं। वही दुसरी और राष्ट्रिय सरपंच संघ के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर सरपंचों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर महंगाई राहत शिविर के बहिष्कार की घोषणा की गई.राजस्थान की गहलोत सरकार की महत्वकांक्षी योजना
बीपीएल एवं उज्ज्वला गैस कनेक्शनधारी को 500 रुपए प्रति सिलेंडर के हिसाब से साल में 12 सिलेंडर देगी।
पंजीकरण स्टॉल पर साईट नही चलने के कारण बिना पंजीकरण नही होने से कई लोंग निराश लौटे.जिसके कारण महंगाई राहत शिविर फेल साबित हो गया। इस शिविर को सफल साबित करने के लिए जिला कलक्टर ने पंजीकरण
स्टॉल पर 50- 75 लोगों की हो रही भीड़ में फोटों खिंचवाकर शिविर की सफलता औपचारिकता जरूर पुरी की गई। लेकिन बाकि शिविर का सम्पूर्ण परिसर खाली था।
इस शिविर में आम जनता के ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी नजर आए, अधिकारी कर्मचारियों की स्टॉल पर लोंग नजर नही आ रहे, जनता के लिए लगाई गई कुर्सियां खाली पड़ी रही, शिविर में 22 महकमे के अधिकारी कर्मचारियों की स्टॉल लगाने का दावा प्रशासन ने किया गया था लेकिन श्रम विभाग समाज कल्याण विभाग समेत कई अधिकारी शिविर में नहीं थे।
ऐसे में शिविर में पंचायती विभाग ग्राम विकास अधिकारी, कनिष्ठ लिपिक एवं सरपंचों के हड़ताल पर चले जाने से लोगों के पट्टा, जॉबकार्ड,राशन कार्ड समेत अधिकांश से काम अटक गए, क्योंकि शिविर का आधे से ज्यादा कार्य पंचायती विभाग के अधीन आता है, इस शिविर का आयोजन लोगों की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए लगाया गया था लेकिन यह शिविर प्रशासन के लिए ही समस्या बन गया।
इनपुट : ओमप्रकाश शर्मा