माइंस के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए राजस्थान को पहली बार राष्ट्रीय खनिज विकास पुरस्कार मिला है। यह पुरस्कार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit shah) ने राजस्थान के खान और गौ-पालन मंत्री प्रमोद जैन (Pramod bhaya) भाया को मंगलवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय खान मंत्रालय की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित समारोह में दिया गया। प्रदेश को प्रोत्साहन के रूप में 3.80 करोड़ रुपए, प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी प्रदान की गई।
नई दिल्ली में आयोजित हुआ था कार्यक्रम
नई दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित समारोह के दौरान केन्द्रीय माइंस, कोल एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी और माइंस, कोल एवं रेलवे राज्य मंत्री राव साहेब पाटिल दानवे आदि उपस्थित थे। वहीं राजस्थान के माइंस, पेट्रोलियम एवं जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल व निदेशक माइंस केबी पण्ड्या ने भी पुरस्कार वितरण समारोह में भाग लिया।
सामूहिक प्रयासों से मिली कामयाबी
खान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने बताया कि यह पहला मौका है, जब माइंस क्षेत्र में राजस्थान को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह पुरस्कार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिशा-निर्देश और माइंस विभाग की टीम भावना से कार्य करते हुए परस्पर समन्वय, प्रभावी मॉनिटरिंग और योजनबद्ध प्रयासों का परिणाम है।
अभियान का असर
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस ने बताया कि राज्य में विगत सालों में खनिज खोज, खनन प्लाटों का डिलेनियेशन, भारत सरकार के ई-पोर्टल पर नीलामी, अवैध खनन पर प्रभावी रोक, रात्रिकालीन गश्त व अवैध गतिविधियों के खिलाफ अभियान के जरिए विभाग को गति दी गई है। विभाग ने कोरोना जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद उल्लेखनीय राजस्व एकत्र किया है।
तीन श्रेणियों में मिला इनाम
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि समारोह में राजस्थान को अप्रधान खनिज के लिए राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर प्रशस्ति पत्र, एक ट्रॉफी एवं दो करोड़ का पुरस्कार प्रदान किया गया। साथ ही वर्ष 2021-22 में प्रधान खनिज के सात ब्लॉक्स की सफल नीलामी पर वित्तीय प्रोत्साहन स्वरूप एक करोड़ साठ लाख तथा वर्ष 2022-23 में प्रधान खनिज के एक ब्लॉक की सफल नीलामी पर वित्तीय प्रोत्साहन स्वरूप बीस लाख रुपए प्रदान किए गए।