भरतपुर। प्रसिद्ध केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में आने वाले पर्यटक अब 3डी तकनीक से यहां आने वाले देशी- विदेशी पक्षियों के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे। पर्यटकों के लिए यह एक अनूठा अनुभव रहेगा। इसके लिए आईआईटी हैदराबाद ने फाइनल डीपीआर तैयार की है, जिस उद्यान प्रशासन ने मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेजा है। राज्य सरकार से बजट मिलने के साथ ही उद्यान प्रशासन की ओर से इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। डीएफओ नाहर सिंह ने बताया कि इंटरप्रिटेशन सेंटर को जीर्णोद्धार और अपग्रेड करने की जरूरत है। फिलहाल यह पर्यटकों के लिए बंद है।
इंटरप्रिटेशन सेंटर को हाईटेक बनाने के लिए आईआईटी हैदराबाद ने डीपीआर तैयार कर ली है। इसको करीब 8 करोड़ रुपए की लागत से हाईटेक बनाकर अपग्रेड किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आईआईटी हैदराबाद ने अपने प्रोजेक्ट में उल्लेख किया है कि सेंटर के सभी डिस्प्ले 3डी में कनवर्ट किए जाएंगे। इनकी जानकारी लेने के लिए यहां आने वाले पर्यटकों को 3डी चश्मा भी उपलब्ध कराया जाएगा। इससे पर्यटक 3डी तकनीक से पक्षियों की जानकारी हासिल कर सकेंगे। यहां पक्षी कितना लम्बा सफर तय करते हैं, कहा और किस रास्ते से यहां आते हैं, इन सभी चीजों की जानकारी पर्यटकों को 3डी तकनीक से मिल सकेगी।
डीपीआर तैयार, बजट का है इंतजार
डीएफओ नाहर सिंह ने बताया कि आईआईटी हैदराबाद की ओर से फाइनल डीपीआर तैयार कर ली गई है जो कि राज्य सरकार को भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल सरकार की ओर से बजट जारी नहीं हुआ है। बजट मिलते ही जीर्णोद्धार का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में बर्डमैन डॉ. सलीम अली की याद में वर्ष 2006 में ऑस्ट्रिया के क्रिस्टल किंग डेनियल स्वारोवस्की ने इंटरप्रिटेशन सेंटर का निर्माण कराया था। फिलहाल इस सेंटर में तस्वीरों और स्कल्पचर के माध्यम से जानकारी दी गई है। करीब डेढ़-दो साल से इसे बंद कर दिया गया था। जीर्णोद्धार के बाद इसे पर्यटकों के लिए खोला जाएगा।
वर्चुअल से रियल वाइल्ड लाइफ का अहसास
केवलादेव घना उद्यान में 3डी तकनीक लागू होने के बाद पर्यटक वर्चुअली माध्यम से रियल वाइल्ड लाइफ का अहसास कर सकेंगे। इसके साथ ही लगभग 40 मिनट की एक वाइल्ड लाइफ डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई जाएगी। इसमें पर्यटकों को घना उद्यान में आने वाले पर्यटकों को यहां की जैव विविधता, पक्षियों की प्रजातियों, उनकी जीवन शैली सहित विभिन्न पहलुओं की जानकारी मिल सकेगी। डीएफओ नाहर सिंह ने बताया कि सेंटर के हाईटेक होते ही इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इसके लिए अलग से शुल्क निर्धारित किया जाएगा।
ऑनलाइन बुक करा सकेंगे टिकट
सेंटर के हाईटेक होने के बाद केवलादेव उद्यान में आने वाले पर्यटक ऑन लाइन टिकट बुकिंग करा सकेंगे। जिससे उन्हें यहां आने के बाद किसी भी परेशानी नहीं हो। इसके साथ ही यहां एक कैफेटेरिया भी तैयार किया जाएगा, जिसमें पर्यटक विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे।
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