अजमेर। राजस्थान के अजमेर में धोखाधड़ी के मामले में सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। आरोपी नशे का आदि है और नशे व अय्याशी के लिए ही उसने यह वारदात करना कबूल किया है। क्रिश्चयनगंज थाना पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। क्रिश्चयनगंज थाने के एएसआई किशन सिंह ने बताया कि 12 अप्रैल को थाने में मूल रूप से कोटा और वर्तमान में अरावली होम्स निवासी नरोत्तम मेहरा ने एक रिपोर्ट दी। जिसमें बताया कि कोटा का रहने वाला सॉफ्टवेयर इंजीनियर गौरव उसका दोस्त है।
बैंक खातों से भी लोन लेकर रकम हड़पी
गौरव का उसके यहां आना-जाना लगा रहता था। गौरव ने अपने घर की खराब आर्थिक स्थिति बताकर उसे नए मकान के लिए लोन दिलवाने की बात कही। जिस पर वह सहमत हो गया। गौरव पर विश्वास होने के चलते वह एनीडेस्क एप पर भी उसके मोबाइल से ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड, लोन का आवेदन भी कर देता। पीड़ित नरोत्तम की पत्नी प्रीति मेहरा के भविष्य निधि खाते से भी राशि निकाल ली साथ ही अन्य खातों से भी लोन लेकर रकम हड़प ली।
पीड़ित ने जब सिबिल निकलवाई तो उसे 11 लाख 50 हजार रुपये की रकम हड़पने की जानकारी मिली। एएसआई किशन सिंह ने कहा कि मामले में धोखाधड़ी के मुकदमे की जांच के दौरान आरोपी गौरव द्वारा प्रथम दृष्टया जुर्म प्रमाणित पाए जाने पर उसे गिरफ्तार किया गया। आरोपी गौरव के खिलाफ पूर्व में भी 1 लाख 25 हजार रुपये की चोरी का मुकदमा भी दर्ज है, जिसमें भी वह जेल जा चुका है।
पिता शराब की दुकान पर सैल्समेन…
एएसआई किशन सिंह ने बताया कि गौरव के पिता भंवर लाल कोटा में शराब की दूकान पर सैल्समेन है। गौरव शराब और स्मैक के नशे का आदि है। उसने पीड़ित नरोत्तम से की गई धोखाधड़ी के रूपयों को नशे व अय्याशी में उड़ा दिया। पुलिस रकम बरामदगी का प्रयास भी कर रही है। एएसआई किशन सिंह ने कहा कि गुरूवार को आरोपी गौरव को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
(इनपुट-नवीन वैष्णव)