अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले की रामगंज थाना पुलिस ने नकली सोने के जेवरात और लाखों रुपए का लोन लेने वाले दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
रामगंज थाने के एएसआई मनीराम ने बताया कि 13 मार्च को आईआईएफएल फाईनेंस कंपनी के रीजनल मैनेजर महावीर सिंह ने थाने में रिपोर्ट दी। जिसमें बताया कि दो महिलाओं और दो पुरूषों ने कई बार में जेवरात रखकर लोन लिया। अमानत के तौर पर रखे गए जेवरात पर केवल परत सोने की है, जबकि वह अन्य धातु के बने हुए हैं।
महावीर सिंह की रिपोर्ट पर रामगंज थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। मामले में जयपुर रोड मीरशाह अली निवासी सुनीता जैसवार और उनकी बेटी पूजा को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वहीं अब मामले में गांधीनगर थाना क्षेत्र के मेहरानगढ़ निवासी राजेंद्र जाट और पप्पू जाट को किशनगढ़ से दबोचा है। राजेंद्र और पप्पू ने दिसंबर माह में आईआईएफएल कंपनी से 2 लाख 35 हजार 500 रुपए का लोन लिया था। इसके बाद एक किश्त भी दोनों ने जमा नहीं करवाई।
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उनको नोटिस भी दिए गए, लेकिन उन्होंने कोई जवाब भी नहीं दिया। एएसआई मनीराम ने कहा कि ऑडिट टीम ने जब इनके जेवरात की जांच की तो उन पर केवल मात्र सोने की परत ही चढ़ी मिली। ऐसे में धोखाधड़ीपूर्वक लोन लेने की रिपोर्ट दी गई थी। इसके बाद जांच में दोनों के ऊपर लगाए गए आरोप प्रथमदृष्टया सही मिलने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। फिलहाल दोनों को न्यायालय ने जेल भेज दिया है। मामले में फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
(इनपुट-नवीन वैष्णव)