श्रीगंगानगर। अंतरराष्ट्रीय भारत-पाक बॉर्डर पर हेरोइन तस्करी मामले में बड़ी कार्रवाई की है। श्रीविजयनगर थाने के SHO रामचंद्र कस्वा ने एक तस्कर को दबोचा है।यह कार्रवाई SP परिस देशमुख के निर्देशन पर हुई।
2 किलो हेरोइन सीमा पर गिराया था
पकड़े घए आरोपी के जरिए अब पलिस और BSF को ड्रोन से हेरोइन की तस्करी मामले की जांच में और पुख्ता जानकारियां मिल पाएंगी जिनसे इस तरह की वारदात पर रोक लगाई जाए। बता दें कि पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन के जरिए 2 किलो हेरोइन श्रीविजयनगर इलाके के गांव में गिराई गई थी। तस्कर का नाम बक्शीश है।वह 25 RB का रहने वाला है।
इससे पहले 28 फरवरी को अनूपगढ़ के गांव खमीसा में यह ड्रोन देखा गया था इसे देखते ही बीएसएफ ने कई राउंड फायरिंग की लेकिन ड्रोन को गिराने में नाकाम रही ऐसे में ड्रोन वापस पाकिस्तान सीमा के पास लौट गया था।
पहले भी कई बार हो चुकी है वारदात
इससे पहले भी कई बार पाक सीमा की तरफ से ड्रोन भारत की सीमा के अंदर गतिविधि करते दिखे हैं कई बार ड्रोन से हेरोइन के पैकेट गिराते हुए भी कैप्चर किया गया है। इससे पहले भी साल 2022 को 7 फरवरी को भी इस क्षेत्र में ड्रोन की मूवमेंट देखी गई थी।
ख्यालीवाला चेकपोस्ट के पास गश्त कर रहे BSF के जवानों को ड्रोन दिखा। जिसके बाद जवानों ने मोर्चा संभालते हुए ईलू बम छोड़ा था। ईलू बम वह होता है फेंकने के बाद रोशनी देता है। जिसके बाद उस ड्रोन पर 10 से 12 राउंड की फायरिंग की थी।
ड्रोन से पाकिस्तान करवाता है हेरोइन तस्करी
7 अक्टूबर 2022 से पहले भी श्रीगंगानगर के ही अनूपगढ़ में भारत-पाक सीमा में हेरोइन ले जा रहे ड्रोन को गिराया था। यह ड्रोन पाकिस्तान से सीमा के इस पार आ गया था। जिसके बाद इसके देखे जाने पर BSF के जवानों ने फायरिंग कर इसे क्षतिग्रस्त कर दिया था। जब जवानों ने घटनास्थल पर देखा तब तो उन्हें कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली लेकिन कुछ दूरी पर स्थित एक खेत में तीन पैकेट पड़े मिले। इसमें करीब 3 किलो हेरोईन थी। जिसे बाद पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए नशे की तस्करी करने का खुलासा हुआ था। इस बार भी वही स्थिति देखी गई है। लेकिन एक बार ड्रोन को गिराया नहीं जा सका।