जयपुर में आयोजित हुए तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेवा संगम आज से शुरू हो गया है। इसका उद्घाटन RSS यानी राष्ट्रीय संवयंसेवक संघ सरसंघचालक मोहन भागवत ने किया। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। मोहन भागवत के अलावा कार्यक्रम में आए अजय पीरामल समेत साधु-संतों ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। जिसमें स्वामी बाल योगी ने एक बयान दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि अब सुबह अजान की आवाज तो सुनाई देती है लेकिन शंख, नगाड़े बजना बंद हो गए आखिर ऐसा क्यों हुआ।
हमारे देश में घुसपैठिए आ गए हैं
स्वामी बाल योगी ने राष्ट्रीय सेवा संगम कहा कि इस देश में शंख, घड़ी, नगाड़ों की आवाज बंद हो गई है और माइक से पांच समय की नमाज सुनाई देने लगी है। देश में अब शंख बजना बंद हो गए हैं। जिसका कारण भी है वही अब देश में घुसपैठिए आ गए हैं। जिन्होंने देश का माहौल खराब कर के रख दिया है। हमारे देश को इन लोगों की नजर लगी है। इन लोगों ने देश को बांट दिया है।
देश में रोटी-बेटे का व्यवहार लागू हो
स्वामी बाल योगी ने कहा कि जब तक रोटी-बेटे का व्यवहार देश में लागू नहीं होगा, तब तक इस देश में बदलाव नहीं होगा। अगर बेटी के लिए वर देखना है तो समाज में सब वर्गों में देखना होगा उस पर किस जात नहीं बल्कि उसके संस्कार और व्यवहार देखें। हमारा सब का विचार वसुधैव कुटुंबकम का है। हम इस दौर में जी रहे हैं लेकिन यहां आज भी अछूत वाली समस्या है जिसे अब जाना चाहिए। सब की सेवा करना हमारा कर्तव्य है मैं रोज सुबह यही प्रार्थना करता हूं कि भारत की आन-बान-शान बनी रहे।
उन्होंने कहा कि संत अपनी वाणी से और पत्रकार अपनी कलम से स्वतंत्र होना चाहिए जब भक्ति संकट में थी तो भक्ति आंदोलन शुरू हुआ था। आज देश में आवश्यकता है कि देश को बाहर और भीतर से तोड़ने वालों से बचाया जाए और समरसता का निर्माण किया जाए।
नरेंद्र मोदी भी संघ से आए हैं- अजय पीरामल
कार्यक्रम में मौजूद बिजनेस टायकून अजय पीरामल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि संघ अपने कार्य से अपनी संस्था के जरिए नेतृत्व का विकास कर रहा है जो भविष्य में देश को आगे ले जाएगा। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संघ से ही आए हैं। संघ का कार्य समाज के लिए है संघ जो कुछ करता है। वह भारत के कल्याण के लिए करता है। यह सेवा संघ भारत भर से आए सेवा करने वालों का संगम है। यह मेरे लिए बहुत ही विशेष दिन है। आज मुझे अपने जीवन समाज के साथ वहां से लगाने वाले लोगों के बीच आने का मौका मिला।
श्रीमद्भगवद्गीता है पीरामल फाउंडेशन की प्रेरणा – अजय पीरामल
राष्ट्रीय सेवा संगम में पीरामल ने कहा कि कोरोना के दौरान संघ के लोगों ने बहुत ज्यादा सेवा की। हमने ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए करुणा फाउंडेशन की स्थापना की है। मेरा विश्वास है कि हम समाज में बदलाव जरूर लाएंगे और मैं अपने पिरामल फाउंडेशन के बारे में भी कहना चाहता हूं कि हमारी प्रेरणा श्रीमद्भगवद्गीता है। हमारा उद्देश्य है Doing Well & Doing Good करने में सक्षम है उसके लिए आपको धन्य मानते हैं।