टाटा स्टील (Tata Steel) के शेयर ने लॉन्ग टर्म में अपने निवेशकों को मालामाल बना दिया है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान टाटा स्टील ने लगभग 19.9 मिलियन टन कच्चे इस्पात का उत्पादन किया है। यह वार्षिक आधार पर सबसे अधिक है। एक साल पहले की तुलना में 4 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। फाइनेंशियल ईयर के दौरान अस्थिर परिचालन माहौल के बावजूद डिलीवरी में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है।
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टाटा स्टील के शेयर पर ब्रोकरेज बुलिश
देशी ब्रोकरेज आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने इस शेयर को बाय रेटिंग दी है। इसके साथ टाटा स्टील का शेयर खरीदने की सलाह दी गई है। ब्रोकरेज ने टाटा स्टील के लिए 130 रुपए का टारगेट प्राइस भी तय किया है। बता दें कि 6 मई 2023 को इस शेयर का भाव 0.35 फीसदी गिरावट के साथ 104.50 रुपए पर ट्रेड कर रहा है। हालांकि पिछले एक साल में इस शेयर में 22.56% की गिरावट दर्ज की गई है।
मार्च तिमाही में उत्पादन की हुई बढ़ोतरी
जनवरी से मार्च माह के दौरान कंपनी के कच्चे इस्पात के उत्पादन 3 फीसदी बढ़कर लगभग 5.15 मिलियन टन हो गया है। वहीं इसकी सेल में 9 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 5.15 मिलियन टन हो गया है। 52 वीक में इस शेयर का हाई लेवल 138.67 रुपए है और सबसे लो लेवल 82.70 रुपए है।
दिसंबर तिमाही में हुआ नुकसान
टाटा ग्रुप की इस कंपनी को मार्केट कैप 1.28 लाख करोड़ रुपए है। पिछले फाइनेंशियल ईयर दिसंबर तिमाही में टाटा स्टील को 2502 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। हालांकि एक साल पहले कंपनी को मुनाफा दिसंबर तिमाही में हुआ घाटा 9,598.16 करोड़ रुपये था।