ओडिशा के कटक के महिशलांदा गांव से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, यहां अंपायर को ‘नो बॉल’ देने का फैसला महंगा पड़ गया और क्रिकेट मैदान पर एक युवक ने उसकी धारदार हथियार से हत्या कर दी है। यह मामला कटक जिला के महिशलांदा गांव का है। यहां फैंडली मैच खेला जा रहा था, इस मुकाबले के दौरान अंपायर ने नो बॉल का फैसला दिया। यह बात विपक्षी खिलाड़ी को नागवार गुजरी है। मृतक युवक की पहचान लकी राउत (22) के रुप में हुई है। पुलिस ने आरोपी जगा राउत, बादल कौबतल और संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया है।
नो बॉल को लेकर बढ़ा विवाद
महिशिलांदा में रविवार दोपहर शंकरपुर बनाम बेरहामपुर की अंडर-18 क्रिकेट टीमों के बीच फ्रैंडली टी20 मुकाबला था। इस मैच में अंपायरिंग लकी राउत कर रहा था। मैच के दौरान उन्होंने एक बॉल को नो बॉल दे दिया। इसके बाद लकी और जगा राउत के बीच जंग छिड़ गई। वहीं फील्डिंग कर रही दलीजोडा टीम के स्मुतिरंजन ने लकी राउत पर बल्ले और चाकू से हमला कर दिया। लकी राउत को गंभीर हालत में अस्पताल में एटमिट कराया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
कटक के पुलिस उपायुक्त (डीएसपी) के अनुसार घटना की सूचना मिलते ही चौद्वार पुलिस अस्पताल पहुंची। इसी बीच हंगामा कर रहे लकी के परिजन और ग्रामीणों ने पुलिस को घेर लिया। यहां एकत्रित हुए सभी लोग आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। वहीं कुछ लोगों ने एक आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। अब इस बारें में पुलिस पूछताछ कर रही है।