काली पोस्टर विवाद को लेकर देश भर में आक्रोश है। अब फिल्म की प्रोड्यूसर और डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई ने एक नया विवादित ट्वीट किया है। जिस पर बवाल मच गया है। इस में उन्होंने एक फोटो ट्वीट की है। जिसमें शिव-पार्वती का रूप रखे दो लोगों को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है।
लीना ने यह ट्वीट सुबह 7.15 बजे किया था। इस ट्वीट पर उन्होंने लिखा – ‘कहीं और’। लीना के इस ट्वीट को लेकर अब आम जनता से लेकर राजनेताओं में गुस्सा देखने को मिल रहा है।
ट्वीटर यूजर्स ने कहा- बंद करो धर्म का अपमान
लीना के ट्वीट को लेकर ट्विटर यूजर्स ने लीना की जमकर क्लास लगाई है। वे उन्हें अपने धर्म का अपमान न करने को कह रहे हैं। साथ ही इसे लोगों के बीच नफरत फैलाने वाला करार दे रहे हैं।
वहीं भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर इस पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ये रचनात्मक अभिव्यक्ति नहीं है, ये जानबूझकर उकसाने वाला मामला है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को गाली देना- धर्मनिर्पेक्षता? हिंदुओं का अपमान-उदारवाद, लीना का हौसला इसलिए बढ़ रहा है, क्योंकि उन्हें पता हैं कि, लेफ्ट पार्टियां, कांग्रेस, टीएमसी उनका सपोर्ट करेंगी।
क्या है पोस्टर विवाद ?
फिल्म काली के पोस्टर को लेकर पूरे देश में विवाद मचा हुआ है। लोगों ने इस पोस्टर के जरिए हिंदुओं की धार्मिक आस्था को चोट पहुंचाने का आरोप लगाया है। साथ ही उनके भगवान के अपमान की भी बात कही जा रही है। दरअसल यह एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म हैं, 2 जुलाई को अंडर द टेंट प्रोजेक्ट के तहत फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई ने फिल्म काली का पोस्टर जारी किया था। इस पोस्टर में मां काली बनी एक महिला को को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। यही नहीं उनके एक हाथ में LGBT समुदाय का एक झंडा है। सोशल मीडिया पर इस फिल्म का पोस्टर वायरल होने के बाद यह विवाद गर्मा गया है। आपको बता दें कि सबसे पहले इस फिल्म की लॉन्चिंग कनाडा में हुई थी। इसके खिलाफ भारत के हाई कमीशन ने आवाज उठाई है, और आयोजकों से फिल्म के आपत्तिजनक पोस्टर को हटाने की मांग की है।
भाजपा नेता ने फिल्म को बैन करने की मांग की
भाजपा नेता राम कदम ने फिल्म काली को बैन करने की मांग उठाई है। उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर केवल FIR नहीं बल्कि इनकी फिल्म को हमेशा के लिए बैन लगाया जाए। इनके सिर्फ माफी मांगने से काम नहीं चलेगा।