सूरत कोर्ट द्वारा मानहानि के केस में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सजा दी गई है। जिस पर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। इस मामले को लेकर आज कांग्रेस ने कांग्रेस संसदीय कार्यालय में कांग्रेस सांसदों की बैठक बुलाई है। जिसमें राहुल गांधी समेत राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी समेत सभी कांग्रेस नेता मौजूद हैं।
बैठक में राहुल गांधी के मामले को लेकर चर्चा की जा रही है। इस मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरने, नई रणनीति बनाने, आगे के प्रदर्शन और इस केस को हाईकोर्ट में चुनौती देने की चर्चा की जा रही है।
सूरत कोर्ट ने दी है 2 साल की सजा
राहुल गांधी को मोदी सरनेम वाले मामले में सूरत कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई है। हालांकि इस केस में राहुल गांधी को जमानत दे दी गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मामले को हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही है। कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने राहुल गांधी को सुनाई गई इस सजा के लिए केंद्र को घेरा है।
4 साल पुराना है मामला
बता दें कि यह मामला करीब 4 साल पुराना है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने अपने भाषण में नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सारे चोर मोदी सरनेम वाले ही क्यों हैं? राहुल गांधी का इशारा भगोड़े नीरव मोदी, ललित मोदी की तरफ था, लेकिन इस भाषण पर भाजपा नेताओं ने आपत्ति जताई और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज करा दिया था, पूर्णेश का कहना था कि राहुल गांधी के इस बयान से पूरे मोदी समुदाय के सम्मान को ठेस पहुंची है़।
तीन बार पेश हुए हैं राहुल गांधी
इसके बाद सूरत कोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई, कोर्ट से राहुल गांधी को समन भेजा गया तब वे साल 2020 में कोर्ट में पेश हुए थे, इसके बाद साल 2021 में और अब साल 2023 में। इस बार उन्हें सजा सुना दी गई और जमानत भी दे दी गई।